Menu

Who is Responsible for Education in hindi

1.शिक्षा के लिए कौन जिम्मेदार है? का परिचय (Introduction to Who is Responsible for Education in hindi),क्या छात्रों के सीखने के लिए जिम्मेदार शिक्षक हैं? (Are teachers responsible for students learning?):

  • शिक्षा के लिए कौन जिम्मेदार है? (Who is Responsible for Education in hindi),क्या छात्रों के सीखने के लिए जिम्मेदार शिक्षक हैं? (Are teachers responsible for students learning?):अर्थात् शिक्षा का उत्तरदायित्व शिक्षकों,माता-पिता,अभिभावक,समाज है अथवा अन्य किसी पर।वस्तुतः शिक्षा आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है,इसे किसी एक व्यक्ति तथा कुछ समय के लिए सीमित नहीं किया जा सकता है।परन्तु सामान्यतः समझा यही जाता है कि शिक्षा विद्यालयों में अर्जित की जाती है।विद्यालयों में औपचारिक शिक्षा प्रदान की जाती है जो की शिक्षा का संकुचित अर्थ है।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें।जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके । यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए । आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं।इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

via https://youtu.be/89F-dGc5djg

2.शिक्षा के लिए कौन जिम्मेदार है? (Who is Responsible for Education in hindi),क्या छात्रों के सीखने के लिए जिम्मेदार शिक्षक हैं? (Are teachers responsible for students learning?):

  • शिक्षा आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है इसलिए व्यक्ति एवं समाज के निर्माण में शिक्षकों,अभिभावकों,धर्मोपदेशकों,राजनितिज्ञों,चिन्तकों,साहित्यकारों,कलाकारों,सुसम्पन्नों,न्यायाधीशों का अपने-अपने ढंग का योगदान होता है।इस प्रकार प्रारम्भ में बालक सबसे अधिक गुरुजनों एवं अभिभावकों के सम्पर्क में रहता है।अभिभावक शिक्षण कला में प्रवीण नहीं होते हैं,ऐसी दशा में बालकों को संस्कारित किस प्रकार किया जाए,इससे अनजान होने के कारण उनका अर्थात् अभिभावकों का इतना उत्तरदायित्व नहीं है परन्तु शिक्षक इस कर्त्तव्य से बच नहीं सकते हैं।
  • यदि शिक्षक यह कहकर मुक्त होना चाहे कि उनकी जिम्मेदारी मात्र पाठ्यक्रम को पूर्ण करवाना है और इसी का उन्हें वेतन मिलता है।ऐसी स्थिति में अभिभावकों एवं बालकों से शिक्षकों को यश और सम्मान नहीं मिल सकता है और न ही उन्हें आत्मिक संतोष मिलेगा।
  • धर्मोपदेशकों,राजनितिज्ञों,साहित्यकारों,समाज सुधारकों,चिन्तकों इत्यादि के सम्पर्क में थोड़ी देर के लिए सम्पर्क में आते हैं उतने समय में वे बालकों में तीव्र उत्तेजना पैदा कर देते हैं या कर सकते हैं जो पर्याप्त नहीं है।जैसे किसी पौधे को लगाने पर एक बार पानी देने से वह विकसित नहीं होता है बल्कि उसको विकसित करने के लिए नियमित रूप से पानी देना होता है और उसकी देखभाल भी करनी होती है।
  • इसलिए बालकों को सुसंस्कारवान,प्रतिभावान,तेजस्वी और प्रखर बनाने का कार्य वही कर सकता है जो उनको नियमित रूप से सम्पर्क में हो और इस कला को जानता हो।ऐसा व्यक्तित्व शिक्षक ही है इसलिए ऐसी आशा शिक्षकों से ही की जा सकती है।
    बालकों में प्रतिभा तथा संस्कार को उभारने की जिम्मेदारी के लिए शिक्षकों को कानूनी रूप से तथा वेतनमान की शर्तों में उल्लेख न होने के कारण बाध्य तो नहीं किया जा सकता है।परन्तु शिक्षक पद की गरिमा के अनुसार यदि वे इस जिम्मेदारी को नहीं उठाते हैं तो इसके लिए नैतिक रूप से समाज,अभिभावक व बालक उन्हें क्षमा नहीं कर सकते हैं।
  • वर्तमान शिक्षा पद्धति में सामान्यतः इस प्रकार की परिपाटी चल रही है कि शिक्षक मात्र पाठ्यक्रम पूरा कराके यह सन्तोष कर लेते हैं कि उन्हें वेतन पाठ्यक्रम पूरा कराने का मिलता है इसलिए अतिरिक्त उत्तरदायित्व वे ही क्यों वहन करें?बालकों के जीवन निर्माण करने का उन्होंने अकेले ही ठेका नहीं ले रखा है।वस्तुतः यह बात कुछ हद तक ठीक है परन्तु शिक्षकों द्वारा शिक्षा को जब मात्र व्यावसायिक दृष्टिकोण से समझा व देखा जाता हो तो अनुमान लगाया जा सकता कि देश के भविष्य की तस्वीर क्या होगी?यह कल्पना करना ज्यादा मुश्किल और कठिन नहीं है।
  • निष्कर्षःप्रश्न मानवीय मूल्यों के संरक्षण का है,उसे हल करना ही होगा।जैसा कि उपर्युक्त विवरण से स्पष्ट है कि शिक्षक के अलावा अन्य कोई व्यक्ति इस जिम्मेदारी को वहन करने में सक्षम नहीं है।इसलिए इच्छा व अनिच्छा से लोक कल्याण व व्यापक दृष्टिकोण रखते हुए यह उत्तरदायित्व शिक्षकों को ही वहन करना होगा,भले ही संवैधानिक या कानूनी रूप से वे बाध्य न हो परन्तु नैतिक दृष्टिकोण से वे इसके लिए जिम्मेदार समझे जाएंगे अन्य कोई विकल्प नहीं है।इसलिए इन सभी बातों पर गौर करते हुए उन्हें इस जिम्मेदारी को निभाना चाहिए।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में शिक्षा के लिए कौन जिम्मेदार है? (Who is Responsible for Education in hindi),क्या छात्रों के सीखने के लिए जिम्मेदार शिक्षक हैं? (Are teachers responsible for students learning?) के बारे में बताया गया है।
No. Social Media Url
1. Facebook click here
2. you tube click here
3. Instagram click here
4. Linkedin click here
5. Facebook Page click here
6. Twitter click here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *