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The Growing Scope of Multimedia 2025

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1.मल्टीमीडिया मीडिया का बढ़ता हुआ दायरा 2025 (The Growing Scope of Multimedia 2025),आधुनिक युग का करिश्मा मल्टीमीडिया (Modern-Age Miracle of Multimedia):

  • मल्टीमीडिया मीडिया का बढ़ता हुआ दायरा 2025 (The Growing Scope of Multimedia 2025) देखकर हर कोई चमत्कृत है।हालांकि अब नई तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (A.I.) ने और भी करिश्मा कर दिखाया है।प्रौद्योगिकी,तकनीक में जिस ध्रुतगति से विकास हो रहा है उससे हर कोई चमत्कृत है।
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2.मल्टीमीडिया का अभिप्राय (Meaning of Multimedia):

  • मल्टीमीडिया का अभिप्राय ऐसे कंप्यूटर उपकरणों से है जो अलग-अलग माध्यमों का एक साथ इस्तेमाल संभव बना देते हैं।ये माध्यम हैं लिखित सामग्री,तस्वीर,रेखाचित्र,कार्टून,ऑडियो और वीडियो।मल्टीमीडिया का दायरा निरंतर बढ़ता जा रहा है।जैसे-जैसे मल्टीमीडिया की परिभाषा के तहत नयी तकनीक,नयी विधियां सम्मिलित होती जा रही है उसके उपयोग के क्षेत्र में भी विस्तार होता जा रहा है।कभी मात्र मनोरंजन और सूचना के लिए इसका इस्तेमाल होता था किंतु आज उत्पादकता,सूचना,मनोरंजन,रचनात्मकता और शिक्षा इसके उपयोग के प्रमुख क्षेत्र बन गए हैं।वस्तुत इस तकनीक ने मनोरंजन,कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उद्योग के स्वरूप को ही बदल कर रख दिया है।स्कूली शिक्षा हो या टेलीविजन प्रसारण,व्यापार हो या इंटरनेट आज हर जगह मल्टीमीडिया का वर्चस्व स्थापित हो चुका है।
  • परंपरागत परिभाषा के अनुसार लिखित सामग्री,ऑडियो,वीडियो,ग्राफिक्स और एनीमेशन की क्षमताओं को मिलाकर मल्टीमीडिया कहा जाता रहा है।यदि आपके कंप्यूटर में ये क्षमताएं हैं तो आपके पास मल्टीमीडिया है।लेकिन अब मल्टीमीडिया की परिभाषा विस्तार पकड़ने लगी है।अब टेलीफोन और कनेक्टिविटी जैसी तकनीकें भी मल्टीमीडिया में शामिल हो गई है।सीबीटी (कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण) प्रणाली,मल्टीमीडिया आंकड़ाकोश,पीओआई (प्वाइंट ऑफ इनफॉरमेशन अर्थात सूचना बिंदु) टर्मिनल,मनोरंजन आधारित शिक्षा (Edutainment) और छविचित्रण (Imaging) आदि तकनीकें भी पूरी तरह मल्टीमीडिया के दायरे में आती है।
  • इधर इंटरनेट ने भी मल्टीमीडिया को काफी प्रभावित किया है।वस्तुतः इंटरनेट के प्रभाव से ही मल्टीमीडिया की कई तकनीकें सामने आयी हैं।सबसे पहले मोजैक कंपनी ने 1993 में इंटरनेट के लिए ग्राफिकल इंटरफेस प्रस्तुत किया था।इसके बाद नेटस्केप नेविगेटर आ गया।तदुपरान्त माइक्रोसॉफ्ट ने इंटरनेट एक्सप्लोरर पेश कर दिया।इन सभी ने मल्टीमीडिया के इस्तेमाल के स्वरूप को बदल कर रख दिया है।कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि मल्टीमीडिया के क्षेत्र में कई प्रकार की तकनीक के विकास ने उत्पादों की गुणवत्ता को बेहतर से बेहतर बनाने में उल्लेखनीय योगदान किया है।इससे बाजार में उपभोक्ताओं के बीच इन उत्पादों की मांग काफी बढ़ी है।मल्टीमीडिया आज उद्योग व दूसरे व्यवसायों के लिए भी उपयोगी हो गया है।जिस उद्योग में मल्टीमीडिया का सबसे पहले प्रवेश हुआ वह है मनोरंजन।1980 के दशक के अंतिम और 90 के दशक के प्रारंभ में मल्टीमीडिया का सिनेमा,टेलीविजन और कंप्यूटर गेम्स में प्रवेश हुआ।इसका लोगों के दिमाग पर एक निश्चित प्रभाव पड़ा।मल्टीमीडिया के आने से रचनात्मकता और सृजनात्मकता को भी काफी बल मिला है।सूचना,संदर्भ ज्ञान या मनोरंजन सामग्री की प्रस्तुति को अधिक से अधिक जीवन्त और आकर्षक बनाए जाने लगा है।मल्टीमीडिया का इस्तेमाल शिक्षा,उत्पादकता,सूचना प्रसार आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से होने लगा है।

3.मल्टीमीडिया के इस्तेमाल के प्रमुख क्षेत्र (Key Areas of Use of Multimedia):

  • इसके इस्तेमाल के कुछ प्रमुख क्षेत्र इस प्रकार है:
  • (1.)टेलीविजन और सिनेमा (Television & Cinema):
    टीवी कार्यक्रमों और फिल्मों में जो आज अद्भुत,अविश्वसनीय और अतिमानवी नजारे आप देखते हैं,वे सब मल्टीमीडिया का कमाल हैं।आज इस माध्यम के जरिए ध्वनि के क्षेत्र में भी नए-नए प्रयोग हो रहे हैं।इसका परिणाम है अद्भुत धुन और वाद्य प्रयोगों से भरे संगीत,संवादों और ध्वनि प्रभावों का सामने आना।
  • (2.)सूचना कियोस्क (Information Kiosk):
    सूचना कियोस्क सूचना संबंधी मल्टीमीडिया उत्पाद हैं।इन्हें हम प्रदर्शनियों,शॉपिंग सेंटरों,होटलों की लाॅबी या व्यापार मेलों में अक्सर देखते हैं।इनमें किसी उत्पाद या सेवा के बारे में इतने आकर्षक और जीवंत ढंग से जानकारी दी जाती है कि उसे देखते ही बनता है।
  • (3.)कार्यालयों में प्रयोग (Use in offices):
    मल्टीमीडिया ने कंपनियों की संचार व्यवस्था को बदल कर रख दिया है।आज विज्ञप्तियां,स्लाइड्स और प्रस्तुत सामग्रियां इसके जरिए तैयार होती हैं।इनकी सुंदरता और प्रभावशीलता का कोई मुकाबला नहीं है।अपने बारे में कंपनियों की प्रस्तुति में आज स्टीरियो दर्जे की ध्वनि और त्रिआयामी सारणियों का इस्तेमाल हो रहा है।इनसे दर्शकों पर जो प्रभाव पड़ता है,वह पहले सोचा भी नहीं जा सकता था।
  • (4.)शिक्षा के क्षेत्र में उपयोग (Use in the field of education):
    अब तक मल्टीमीडिया का सबसे उपयोगी इस्तेमाल संभवत: शिक्षा के क्षेत्र में ही हुआ है।सीडीरोम पर आज शिक्षा और ज्ञान की सामग्रियां बड़े पैमाने पर मौजूद हैं।आज बिना परंपरागत पुस्तकालयों में गए और बगैर शिक्षक की मदद के भी पढ़ाई की जा सकती है।आज ऐसी सीडी मौजूद हैं,जिनमें लिखित रूप में,फोटो और भाषण के साथ,वीडियो का इस्तेमाल करते हुए स्कूली पाठ्य सामग्री दी गई है।वस्तुतः मल्टीमीडिया ने मनोरंजन के साथ शिक्षा देने की एक नई विधा को ही प्रचलित कर दिया है,जिसे ‘एडुटेनमेंट’ कहा जा रहा है।इसके जरिए छात्रों को इस रूप में शिक्षा दी जाने लगी है,जिसमें आनंद भी महसूस हो।
  • (5.)घर और मनोरंजन में प्रयोग (Use in home and entertainment):
    आप अपने निजी कंप्यूटर पर मल्टीमीडिया का आनंद ले सकते हैं और इसके फायदे उठा सकते हैं।वीडियो गेमों के लिए मल्टीमीडिया आधारित पीसी आदर्श माध्यम है।घर पर मल्टीमीडिया लाकर आप मनोरंजन के साथ बच्चों की शिक्षा के अवसर को भी बेहतर बना सकते हैं।
  • (6.)इंटरनेट पर इस्तेमाल (Use on the Internet):
    इंटरनेट से जुड़ना ऐसे ही है मानो आपके पास हजारों,सीडीरोम का भंडार आ जाये।नेट पर यह भंडार मौजूद है।मल्टीमीडिया के जितने रूपों की कल्पना हो सकती है,वह सब इंटरनेट पर है।जरूरत सिर्फ इसकी है कि इंटरनेट से जुड़कर आप उनकी तलाश करें।कहा जा सकता है कि इंटरनेट रूपी विश्वव्यापी कंप्यूटर नेटवर्क मल्टीमीडिया का घर है।इंटरनेट सूचना और मनोरंजन का अथाह स्रोत बन चुका है।अब इसका व्यापार के उद्देश्य से भी इस्तेमाल हो रहा है।ऐसे में जब नेट पर आकर्षक से आकर्षक वेबसाइट बनाने के लिए कंपनियों में होठ लगी है,तब इसके लिए मल्टीमीडिया से बेहतर विकल्प और क्या हो सकता है।
  • इसके अलावा वास्तुकला,अंतरिक्ष विज्ञान और कई दूसरे क्षेत्रों में भी मल्टीमीडिया का खूब इस्तेमाल हो रहा है।जीवन के लगभग हर क्षेत्र में इसकी पहुंच बनने लगी है और जिन क्षेत्रों में भी प्रस्तुति,संचार और ज्ञान की जरूरत है,वहां इसका महत्त्व बढ़ता जा रहा है।इससे मल्टीमीडिया के जानकार लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ते जा रहे हैं,जो उद्योगों की जरूरत के मुताबिक मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर पैकेज तैयार कर सकें।
  • कहना ना होगा कि मल्टीमीडिया सिर्फ आज की ही नहीं,भविष्य की भी तकनीक है।उद्योग,व्यापार,शिक्षा,रचनात्मकता और मनोरंजन के क्षेत्र में जो इस तकनीक को नहीं अपनाएगा,वह काफी पीछे छूट जाएगा।यह तकनीक अपने पांव मजबूती से जमा चुकी है और तेजी से अपना विकास और विस्तार कर रही है।

4.मल्टीमीडिया हाईवे (Multimedia Highway):

  • आजकल टेलीकम्युनिकेशन नेटवर्क का क्षेत्र ग्लोबल (Global) हो गया है,इसलिए इनफॉरमेशन प्रोवाइडर और विभिन्न कंपनियों ने अपने उत्पादों को उपभोक्ता तक शीघ्रता से पहुंचाने के लिए ऑनलाइन (online) माध्यम का उपयोग करना आरंभ कर दिया है।कंपनियां उत्पादों की सूचना को मल्टीमीडिया आधारित एप्लीकेशंस की सहायता से उपभोक्ता तक पहुंचाती हैं।इसमें इलेक्ट्रॉनिक माध्यम-इंटरनेट,मोबाइल,केबल टीवी और सिनेमा अत्यधिक प्रभावशाली संचार माध्यम हैं।मल्टीमीडिया प्रोजेक्ट में उत्पाद की समस्त जानकारी को आकर्षक अवस्था में तैयार करके उपभोक्ता के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है,इंटरएक्टिव प्रजेंटेशन होने के कारण उपभोक्ता से विभिन्न विकल्पों और जानकारियों को भी कंपनी कम खर्चे में प्राप्त कर लेती है।इसके अतिरिक्त ऑनलाइन शॉपिंग में मल्टीमीडिया युक्त वेबसाइट की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।
  • विभिन्न पुस्तकों व पत्रिकाओं की सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध है,जिसमें यूजर अपने घर अथवा कार्यालय के पर्सनल कंप्यूटर में उन्हें पढ़ सकता है।यह सूचनाओं को प्राप्त करने का सस्ता साधन है।मूवी (movie) को हम अपने डिश टीवी (Dush TV) अथवा कंप्यूटर पर घर बैठे खरीदकर देख सकते हैं,यह इंटरएक्टिव मल्टीमीडिया की सहायता से सम्भव हो पाया है।नवीनतम समाचार और बुलेटिन प्राप्त करने के लिए किसी भी वेबसाइट पर उपलब्ध हाईपर-मीडिया बटन की सहायता ली जा सकती है।विश्वविद्यालयों में संपन्न व्याख्यान (Lectures) को यूजर कंप्यूटर पर इंटरनेट की वेबसाइट से प्राप्त कर सकता है।दुनिया के किसी भी शहर का सड़क मार्ग का नक्शा हम इंटरनेट से उपलब्ध वेबसाइट पर देख सकते हैं।वे सभी सूचना के सभी इंटरफेस अथवा गेटवे (gateway) मल्टीमीडिया प्रोजेक्ट ही होते हैं।

5.मल्टीमीडिया का उपयोग (Use of Multimedia):

  • जब एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सूचना प्रेषित करता है तो मल्टीमीडिया सर्वाधिक सुगम इंटरफेस होता है।मल्टीमीडिया इंटरफेस यूजर का ध्यान आकर्षित करने में एक कारगर साधन है,जिससे सूचना को पूर्ण रूप से प्रकट किया जा सकता है।मल्टीमीडिया टेक्स्ट और सांख्यिकीय जटिलता को समाप्त करके सूचना संप्रेषण (Information Retention) में वृद्धि करता है।
  • मल्टीमीडिया एक प्रभावशाली प्रजेंटेशन और सेल्स टूल (Sales Tool) होता है।अधिकतर प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर में ऑडियो और वीडियो क्लिप्स को स्लाइड शो (Slide Show) में सम्मिलित करने की सुविधा होती है।बिजनेस में सेमिनार के लिए प्रेजेंटेशन तैयार किया जाता है जिसे 35mm स्लाइड पर प्रिंट करके ओवरहेड प्रोजेक्टर (Overhead Projector) की सहायता से प्रदर्शित किया जाता है।
  • मल्टीमीडिया का प्रयोग विभिन्न ट्रेनिंग प्रोग्रामों में आजकल अधिक होने लगा है।
    फ्लाइट अटेंडेंट (Flight Attendent) अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद और सुरक्षा का प्रबंधन सिमुलेशन (simulation) की सहायता से करते हैं।सिमुलेशन एक ऐसी तकनीक होती है जिसमें वास्तविक घटना व गतिविधियों का मॉडल इलेक्ट्रॉनिक मशीनों,कंप्यूटरों और अन्य उपकरणों पर काल्पनिक रूप से प्रदर्शित किया जाता है और प्रशिक्षणार्थी इस व्यवस्था में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।मैकेनिक मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन की सहायता से इंजिन (Engine) की मरम्मत का प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।सेल्सपर्सन प्रेजेंटेशन की सहायता से बेचे जाने वाले उत्पादों की प्राॅडक्ट लाइन की जानकारी व मार्केटिंग का प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।वे मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन के माध्यम से ग्राहकों को प्राॅडक्ट लाइन की जानकारी प्रभावशाली व आकर्षक रूप में प्रदान करते हैं।कुछ उत्पादों से संबंधित जानकारी व उन्हें उपयोग में लेने की विधि का प्रशिक्षण भी मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन से ही दिया जाता है।फाइटर पायलट (Fighter Pilot) वास्तविक उड़ान से पूर्व मल्टीमीडिया टूल्स से तैयार ट्रेनिंग प्रेजेंटेशन के अधीन प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।
  • कार्यालयों में मल्टीमीडिया का उपयोग अब एक सामान्य प्रक्रिया हो गई है।वीडियो कैप्चर (capture) हार्डवेयर की सहायता से कर्मचारियों का Employee ID तैयार किया जाता है,जिसे बेजिंग डाटाबेस (Badging Database) में संग्रहीत किया जा सकता है।आजकल बाजार में उपलब्ध लैपटॉप कंप्यूटरों में मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन की सभी सुविधाओं का समावेश किया जाता है जिससे प्रोफेशनल्स अत्यधिक व्यस्तता के रहते भी अपने प्रेजेंटेशन को तैयार कर सकते हैं।

6.विद्यालय में मल्टीमीडिया (Multimedia in Schools):

  • मल्टीमीडिया का सबसे महत्वपूर्ण प्रयोग विद्यालय में हो गया है।मल्टीमीडिया और सूचना तकनीक की दिन-प्रतिदिन प्रगति ने विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर को एक रोचक,ज्ञानवर्धक एवं उपयोगी इलेक्ट्रॉनिक मशीन बना दिया है।मल्टीमीडिया आधारित कंप्यूटर पर विद्यार्थियों को सभी विषयों की जानकारी उपयुक्त फॉर्मेट में उपलब्ध हो जाती है।उदाहरणार्थ,विज्ञान विषय के किसी प्रयोग से संबंधित रासायनिक क्रिया को मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन में चित्र,ऑडियो व वीडियो एलीमेंट्स के साथ प्रस्तुत किया जाता है।इसके लिए वास्तविक प्रयोगशाला को कंप्यूटर अथवा टीवी की स्क्रीन पर चित्रित किया जा सकता है और सभी क्रियाओं को दिखाया जा सकता है।इसी प्रकार इतिहास विषय के लिए प्राचीन समय की घटनाओं को एक एनिमेशन और वीडियो मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन में प्रस्तुत किया जा सकता है।मल्टीमीडिया प्रोजेक्ट के माध्यम से विषय की विस्तृत जानकारी अध्यापकों को भी दी जाती है,जिससे वे विद्यार्थी के मानसिक स्तर एवं देशकाल और परिस्थिति के अनुसार प्रेजेंटेशन तैयार करते हैं।अध्यापकों द्वारा तैयार ऐसे प्रेजेंटेशन अधिक उपयोगी व ज्ञानवर्धक होते हैं जिससे उपयुक्त विधि से विषय की जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचती है।मल्टीमीडिया टूल्स इतने सरल भी होते हैं कि उन्हें आधारभूत प्रशिक्षण के बाद कोई भी अध्यापक प्रयुक्त कर सकता है और अपना मौलिक प्रेजेंटेशन विद्यार्थियों के अनुकूल तैयार कर सकता है।
  • आजकल विद्यालयों में विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों पर प्रोजेक्ट तैयार करने का कार्य सौंपा जाता है।इसके लिए वे सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी को कंप्यूटर में एकत्रित कर लेते हैं और प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर की सहायता से एक प्रेजेंटेशन तैयार करते हैं जिसे कंप्यूटर की स्क्रीन अथवा ओवरहेड प्रोजेक्टर के माध्यम से जांचकर्त्ताओं के समक्ष प्रस्तुत करते हैं।यह विधि ज्ञानवर्धन के साथ नवीन तकनीक को प्रयुक्त करने का अवसर प्रदान करती है,इसके अलावा विद्यार्थियों को सर्वेक्षण व विश्लेषण का अभ्यास हो जाता है जिसे वे इलेक्ट्रॉनिक विधि से संपन्न करते हैं।मल्टीमीडिया टूल्स की सहायता से वे अपने प्रेजेंटेशन में टेक्स्ट,ऑडियो,वीडियो और एनीमेशन का समावेश करना भी समझ जाते हैं।इससे भविष्य में इस पीढ़ी को कंप्यूटर तकनीक का आधारभूत प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है और वे एक विकसित राष्ट्र की आवश्यकताओं को पूर्ण करने वाले नागरिक बनने के पथ पर अग्रसर होते हैं।विद्यालय स्तर पर आजकल वेब पेज और वेबसाइट डिजाइनिंग का प्रशिक्षण भी दिया जाता है,जिससे उच्च प्राथमिक स्तर से ही विद्यार्थियों में वेबपेज और वेबसाइट तैयार करने की दक्षता आ जाती है।विद्यार्थी मल्टीमीडिया तकनीक का प्रयोग करके वेबपेज और वेबसाइट अधिक आकर्षक और इंटरएक्टिव तैयार कर सकते हैं।

7.घर में मल्टीमीडिया (Multimedia in Home):

  • मल्टीमीडिया प्रोजेक्ट अब टेलीविजन के माध्यम से घरों में जगह बना चुके हैं।टेलीविजन की स्क्रीन पर प्रस्तुत होने वाले विभिन्न मेन्यू भी मल्टीमीडिया तकनीक पर आधारित होते हैं।डिश टीवी और डीटीएच प्रसारण में उपभोक्ता विभिन्न इंटरएक्टिव प्रोग्रामों को खोलकर मूवी,गेम अथवा अन्य प्रोग्राम को खरीद सकते हैं और उन्हें अपने टीवी सेट पर आवश्यकतानुसार देख सकते हैं।उदाहरणार्थ, ‘मूवी आन डिमांड’ एक ऐसी सुविधा है जिसमें इंटरएक्टिव विकल्पों को रिमोट कंट्रोल की सहायता से यूजर चुनता है और कुछ पासवर्ड व क्रेडिट कार्ड की जानकारी इनपुट करके इच्छित मूवी को ऑनलाइन खरीद सकता है,जिसे वह चुने गए समय पर घर में बैठकर अपनी टीवी पर देख सकता है।इंटरेस्ट पर लाइव गेम उपलब्ध होते हैं,जिन्हें पे-फॉर-प्ले (pay-for-play) के आधार पर घरों में पीसी पर प्राप्त किया जा सकता है।माइक्रोसॉफ्ट के इंटरनेट गेमिंग जोन और सोनी स्टेशन वेबसाइट पर लाखों यूजर सदस्यता को रजिस्टर कर चुके हैं।ये वे वेबसाइट मल्टीमीडिया गेम उपलब्ध करवाती है,जिनका निर्धारित शुल्क होता है।आजकल सेटेलाइट के माध्यम से संचालित DTH (Direct to Home) टेलीविजन सेवा में इंटरएक्टिव मल्टीमीडिया का प्रयोग किया जाता है।

8.क्रांति के द्वार पर खड़ा इंटरनेट (The Internet stands at the door of revolution):

  • कंप्यूटर आधुनिक विश्व का एक बहुत बड़ा सच है और कुछेक वर्गों के पूर्वाग्रहों के बावजूद उसका निरंतर विकास हुआ है।इंटरनेट और कुछ नहीं,अनगिनत कंप्यूटरों का परस्पर संवादतंत्र है।यह दुनिया भर में फैला कंप्यूटरों का एक जाल अर्थात् नेटवर्क है जिसे आम बोलचाल की भाषा में ‘साइबरस्पेस’ भी कहा जाता है।इसकी शुरुआत अमेरिकी सरकार ने वैज्ञानिकों के बीच कंप्यूटरों के माध्यम से परस्पर संवाद और संचार की सुविधा प्रदान करने के लिए की थी।लेकिन पिछले एक दशक में यह आम कंप्यूटर उपभोक्ताओं के इस्तेमाल का नेटवर्क बन गया है।इतना ही नहीं जितने लोगों तक पहुंचने में रेडियो को 30 साल और टेलीविजन को 15 साल लगे थे,उतने लोगों तक इंटरनेट सिर्फ 3 सालों में पहुंच गया है।दुनिया में इस समय करोड़ों लोग इंटरनेट का प्रयोग कर रहे हैं जिसमें एक चौथाई से अधिक केवल अमेरिका में ही है।ये आंकड़े सिर्फ मस्तिष्क के कपाट ही नहीं खोलते,वे इस तथ्य को भी रेखांकित करते हैं कि इंटरनेट के माध्यम की अनंत सुविधाओं का दोहन किस तीव्र गति से किया जा रहा है।
  • अब इंटरनेट की लोकप्रियता बढ़ने के साथ इसका उद्देश्य मात्र सूचना मुहैया करा देना ही नहीं रह गया,बल्कि सूचना को कैसे और कितना आकर्षक ढंग से प्रेषित किया जाए-इस पर भी बल दिया जाने लगा है।इसीलिए इंटरनेट के क्षेत्र में मल्टीमीडिया की महत्ता काफी बढ़ गई है।वस्तुतः मल्टीमीडिया के आने से ही इंटरनेट पर लोगों के रूझान में यह बदलाव संभव हुआ है।इंटरनेट पर आज सामान्यतः चार प्रकार की सेवाएं उपलब्ध हैं: ईमेल,विचार-विमर्श समूह,फाइल हस्तान्तरण और वर्ल्ड वाइड वेब।वर्ल्ड वाइड वेब अर्थात् विश्वव्यापी जाल एक ऐसी सुविधा है,जहां आप चाहे कितनी भी सूचना अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर ला सकते हैं।वेब के पेजों पर लिखित सामग्री और ग्राफिक्स का पूरे रंगीन रूप में प्रकटीकरण होता है।वेब ने लिखित सामग्री के साथ ग्राफिक्स,ध्वनि और वीडियो जोड़ने की सुविधा दी है।इससे इंटरनेट की क्षमता और उपयोगिता बढ़ी है।
  • इंटरनेट पर सूचना मुहैया कराने के लिए अलग-अलग प्रकार के मल्टीमीडिया का इस्तेमाल हो रहा है।यदि वहां लिखित प्रकार में सबसे साधारण ढंग का मल्टीमीडिया है तो यथार्थ (Virtual Reality) रूप में सबसे आधुनिक और जटिल प्रकार का भी।लिखित (हाइपरटेक्स्ट) मल्टीमीडिया में महत्त्वपूर्ण शब्दों और पंक्तियों पर विशेष जोर (Highlight) डाल दिया गया होता है।हाइपरमीडिया आपको यह सुविधा देती है कि आप फोटो,वीडियो,ऑडियो और लिखित सामग्री को मिलाकर अपनी संपूर्ण आकर्षक जीवंत साइट बना सकते हैं।वर्चुअल रियलिटी महज आपको दर्शक बनाने के बजाय आपको उसमें पूर्ण भागीदार बनाता है।कहना ना होगा कि मल्टीमीडिया के साथ मिलकर इंटरनेट ने एक अद्भुत दुनिया उपस्थित कर दी है।ऐसी दुनिया,जहां बहुत कुछ सहज उपलब्ध है।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में मल्टीमीडिया मीडिया का बढ़ता हुआ दायरा 2025 (The Growing Scope of Multimedia 2025),आधुनिक युग का करिश्मा मल्टीमीडिया (Modern-Age Miracle of Multimedia) के बारे में बताया गया है।

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9.मल्टीमीडिया मीडिया का बढ़ता हुआ दायरा 2025 (Frequently Asked Questions Related to The Growing Scope of Multimedia 2025),आधुनिक युग का करिश्मा मल्टीमीडिया (Modern-Age Miracle of Multimedia) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

प्रश्न:1.MIDI का पूरा नाम क्या है? (What is the full form of MIDI?):

उत्तर:MIDI का पूरा नाम Musical Instrument Digital होता है।

प्रश्न:2.इंटरेक्शन से क्या आशय है? (What do you mean by interaction?):

उत्तर:प्रोजेक्ट और यूजर मध्य परस्पर संवाद को सफल बनाने के लिए प्रोजेक्ट में मैसेज,क्रिटिंग विभिन्न पुस्तकों व पत्रिकाओं की सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध है,जिससे यूजर अपने घर अथवा कार्यालय के पीसी में उन्हें पढ़ सकता है।

प्रश्न:3.मल्टीमीडिया कौन तैयार कर सकता है? (Who can create Multimedia?):

उत्तर:मल्टीमीडिया तैयार करने की स्थिति में हार्डवेयर सॉफ्टवेयर की समझ आवश्यक होती है।जब आप हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर टूल्स को प्रयुक्त करने में पूर्णरूप से दक्षता प्राप्त कर लेते हैं तो मल्टीमीडिया के लिए क्रिएटिविटी के साथ कार्य कर सकते हैं।

  • उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा मल्टीमीडिया मीडिया का बढ़ता हुआ दायरा 2025 (The Growing Scope of Multimedia 2025),आधुनिक युग का करिश्मा मल्टीमीडिया (Modern-Age Miracle of Multimedia) के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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