Solve Dual of LPP
1.रैखिक प्रोग्रामन समस्या की द्वैती समस्या को हल करो (Solve Dual of LPP),रैखिक प्रोग्रामन समस्याओं को द्वैत सिद्धान्त के प्रयोग से हल कीजिए (Use Duality to Solve LPP):
रैखिक प्रोग्रामन समस्या की द्वैती समस्या को हल करो (Solve Dual of LPP) के इस आर्टिकल में रैखिक प्रोग्रामन समस्याओं को द्वैत सिद्धान्त से कुछ सवालों को हल करके समझने का प्रयास करेंगे।
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2.रैखिक प्रोग्रामन समस्या की द्वैती समस्या को हल करो पर आधारित उदाहरण (Examples Based on Solve Dual of LPP):
निम्न रैखिक प्रोग्रामन समस्याओं को उनकी द्वैत सिद्धान्त के प्रयोग से हल कीजिए:
(Use duality to solve the following LPP’s)
Example:7.निम्नतम करो (min.): Z=10x_1+6x_2+2x_3
प्रतिबन्ध (s.t.) -x_1+x_2+x_3 \geq 1 \\ 3 x_1+x_2-x_3 \geq 2
तथा (and) x_1, x_2, x_3 \geq 0
Solution:दी गई आद्य समस्या मानक रूप में है,अतः इसकी द्वैती निम्न प्रकार होगी:
अधिकतम करो: Z_D=w_1+2 w_2
प्रतिबन्ध -w_1+3 w_2 \leq 10 \\ w_1+w_2 \leq 6 \\ w_1-w_2 \leq 2
तथा w_1, w_2 \geq 0
प्रतिबन्ध को समीकरणों में परिवर्तन करने हेतु न्यूनतापूरक चरों w_3,w_4,w_5 का समावेश करने पर उपर्युक्त द्वैत समस्या निम्नांकित है:
अधिकतम करोः Z_D=w_1+2 w_2+0 w_3+0 w_4+0 w_5
प्रतिबन्ध -w_1+3 w_2+w_3+0 w_4+0 w_5=10 \\ w_1+w_2+0 w_3+w_4+0 w_5=6 \\ w_1-w_2+0 w_3+0 w_4+w_5=2
तथा w_1, w_2, w_3, w_4, w_5 \geq 0
अतः प्रतिबन्ध निकाय में गुणांक मैट्रिक्स
(माना)
प्रारम्भिक आधार B=\left( \alpha_3 \alpha_4 \alpha_5\right)=I_3 लेने पर,प्रारम्भिक सिम्पलेक्स सारणी निम्न प्रकार है:
प्रथम सिम्पलेक्स सारणी
अतः प्रथम सिम्पलेक्स सारणी से स्पष्ट है कि प्रारम्भिक आधार इष्टतम हल नहीं है,क्योंकि Z_j-C_j के मान ऋणात्मक हैं i.e.Z_2-C_2=-2 जो कि न्यूनतम राशि है तथा यह मान द्वितीय स्तम्भ में है,इसलिए \alpha_2 प्रवेशी सदिश है।
पुनः \underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{w_{B i}}{y_{i 1}}, y_{i 1}>0\right\}=\underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{10}{3},\frac{6}{7} \right\} \\ =\frac{10}{3} =\frac{W_{B1}}{y_{12}}
अतःy_{12} अर्थात् 3 मुख्य अवयव (key element) तथा \alpha_3 अपगामी सदिश (departing vector) होगा।अब सामान्य रूपान्तरणों से नवीन सारणी निम्न प्रकार होगी:
प्रथम पंक्ति (मुख्य अवयव वाली पंक्ति) (working rule):
प्रथम पंक्ति मुख्य अवयव वाली पंक्ति है।अतः इसे तैयार करने हेतु प्रथम सारणी की प्रथम पंक्ति के प्रत्येक अवयव में मुख्य अवयव 3 का भाग देने पर द्वितीय सारणी की प्रथम पंक्ति तैयार होगी:
\frac{10}{3},-\frac{1}{3}, \frac{3}{3}=1, \frac{1}{3}, \frac{0}{3}=0, \frac{0}{3}=0
द्वितीय पंक्ति:द्वितीय सारणी की द्वितीय पंक्ति को तैयार करने के लिए प्रथम सारणी की द्वितीय पंक्ति के प्रत्येक अवयव में से मुख्य अवयव वाली पंक्ति के अवयवों अर्थात् उपर्युक्त अवयवों को मुख्य अवयव के संगत अवयव 1 से गुणा करके घटा देंगे:
6-\frac{10}{3} \times 1=\frac{8}{3}, 1-\left(-\frac{1}{3}\right) \times 1=\frac{4}{3}, 1-1 \times 1=0,0-\frac{1}{3} \times 1=-\frac{1}{3}, 1-0 \times 1=1,0-0 \times 1=0
तृतीय पंक्ति:द्वितीय सारणी की तृतीय पंक्ति को तैयार करने के लिए प्रथम सारणी की तृतीय पंक्ति के प्रत्येक अवयव में से मुख्य अवयव वाली पंक्ति के अवयवों को मुख्य अवयव के संगत अवयव -1 से गुणा करके घटा देंगे:
2-\frac{10}{3} \times -1=\frac{16}{3}, 1-\left(-\frac{1}{3}\right) \times -1=\frac{2}{3},-1-1 \times -1=0 ,0-\frac{1}{3}(-1)=\frac{1}{3}, 0-0 \times-1=0,1-0 \times-1=1
द्वितीय सिम्पलेक्स सारणी
अतः द्वितीय सिम्पलेक्स सारणी से स्पष्ट है कि प्रारम्भिक आधार इष्टतम हल नहीं है,क्योंकि Z_j-C_j के मान ऋणात्मक है i.e. Z_1-C_1=-\frac{5}{3} जो कि न्यूनतम राशि है तथा यह मान प्रथम स्तम्भ में है,इसलिए \alpha_1 प्रवेशी सदिश है।
पुनः \underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{w_{B i}}{y_{i 1}}, y_{i 1}>0\right\}=\underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{ \frac{\frac{8}{3}}{\frac{4}{3}},\frac{\frac{16}{3}}{\frac{2}{3}} \right\} \\ =\frac{\frac{8}{3}}{\frac{4}{3}} =\frac{W_{B2}}{y_{21}}
अतः y_{21} अर्थात् \frac{4}{3} मुख्य अवयव (key element) तथा \alpha_4 अपगामी सदिश (departing vector) होगा।अब सामान्य रूपान्तरणों से नवीन सारणी निम्न प्रकार होगी:
द्वितीय पंक्ति (मुख्य अवयव वाली पंक्ति) (working rule):
द्वितीय सारणी की द्वितीय पंक्ति मुख्य अवयव वाली पंक्ति है।अतः तृतीय सारणी की द्वितीय पंक्ति तैयार करने हेतु द्वितीय सारणी की द्वितीय पंक्ति के प्रत्येक अवयव में मुख्य अवयव \frac{4}{3} का भाग देंगे।
\frac{\frac{8}{3}}{\frac{4}{3}}=2, \frac{\frac{4}{3}}{\frac{4}{3}}=1, \frac{0}{\frac{4}{3}}=0, \frac{-\frac{1}{3}}{\frac{4}{3}}=-\frac{1}{4}, \frac{1}{\frac{4}{3}}=\frac{3}{4}, \frac{0}{\frac{4}{3}}=0
प्रथम पंक्ति:तृतीय सारणी के लिए प्रथम पंक्ति तैयार करने हेतु द्वितीय सारणी की प्रथम पंक्ति के अवयवों में से मुख्य अवयव वाली पंक्ति के प्रत्येक अवयव अर्थात् उपर्युक्त अवयवों को मुख्य अवयव के संगत अवयव -\frac{1}{3} से गुणा करके घटा देंगे।
\frac{10}{3}-2 \times\left(-\frac{1}{3}\right)=4,-\frac{1}{3}-1 \times\left(-\frac{1}{3}\right)=0, 1-0 \times\left(-\frac{1}{3}\right)=1, \frac{1}{3}-\left(-\frac{1}{4}\right)\left(-\frac{1}{3}\right)=\frac{1}{4}, 0-\frac{3}{4} x-\frac{1}{3}=\frac{1}{4}, 0-0 \times-\frac{1}{3}=0
तृतीय पंक्ति:तृतीय सारणी के लिए तृतीय पंक्ति तैयार करने हेतु द्वितीय सारणी की तृतीय पंक्ति के अवयवों में से मुख्य अवयव वाली पंक्ति के प्रत्येक अवयव को मुख्य अवयव के संगत अवयव \frac{2}{3} से गुणा करके घटा देंगे।
\frac{16}{3}-2 \times \frac{2}{3}=4, \frac{2}{3}-1 \times \frac{2}{3}=0,0-0 \times \frac{2}{3}=0,\frac{1}{3}-\left(-\frac{1}{4}\right) \times \frac{2}{3}=\frac{1}{2}, 0-\frac{3}{4} \times \frac{2}{3}=\frac{-1}{2}, 1-0 \times \frac{2}{3}=1
तृतीय सिम्पलेक्स सारणी
चूँकि इस सारणी में Z_j-C_j \geq 0 ,j के सभी मानों के लिए,अतः इसका आधारी हल परिवर्तित समस्या का इष्टतम हल होगा:
w_1=2, w_2=4
अतः द्वैती समस्या का इष्टतम हलः
w_1=2, w_2=4
तथा अधिकतम Z_D=w_1+2 w_2=2+2 \times 4=10 \\ \Rightarrow \max. Z_D=10
तथा x_1=z_3-c_3=\frac{1}{4}, x_2=z_4-c_4=\frac{5}{4} ,x_3=z_5-c_5=0
न्यूनतम Z=10
Example:8.निम्नतम करो (mini.) Z=2 x_1+2 x_2+4 x_3
प्रतिबन्ध (s.t.) 2 x_1+3 x_2+5 x_3 \geq 2 \\ 3 x_1+x_2+7 x_3 \leq 3 \\ x_1+4 x_2+6 x_3 \leq 5
तथा (and) x_1, x_2, x_3 \geq 0
Solution:आद्य समस्या मानक रूप में नहीं है,इसलिए सर्वप्रथम इस आद्य समस्या को मानक रूप में निम्न प्रकार लिखते हैं:
निम्नतम करो: Z=2 x_1+2 x_2+4 x_3
प्रतिबन्ध 2 x_1+3 x_2+5 x_3 \geq 2 \\ -3 x_1-x_2-7 x_3 \geq -3 \\ -x_1-4 x_2-6 x_3 \geq -5
तथा x_1, x_2, x_3 \geq 0
अब यह समस्या अपने मानक रूप में है।इसकी द्वैती समस्या निम्न प्रकार होगी:
अधिकतम करो: Z_D=2 w_1-3 w_2-5 w_3
प्रतिबन्ध 2 w_1-3 w_2-w_3 \leq 2 \\ 3 w_1-w_2-4 w_3 \leq 2 \\ 5 w_1-7 w_2-6 w_3 \leq 4
तथा w_1, w_2, w_3 \geq 0
इसे सिम्पलेक्स विधि से हल करने के लिए प्रतिबन्ध निकाय को समीकरणों में बदलना होगा।अतः w_4,w_5 तथा w_6 न्यूनतापूरक चर सम्मिलित करते हुए उपर्युक्त द्वैत समस्या निम्न प्रकार है:
अधिकतम करो: Z_D=2 w_1-3 w_2-5 w_3+0 w_4+0 w_5+0 w_6
प्रतिबन्ध 2 w_1-3 w_2-w_3+w_4+0 w_5+0 w_6=2 \\ 3 w_1-w_2-4 w_3+0 w_1+w_5+0 w_6=2 \\ 5 w_1-7 w_2-6 w_3+0 w_4+0 w_5+w_6=4
तथा w_1, w_2, w_3, w_4, w_5, w_6 \geq 0
अब प्रतिबन्ध निकाय में गुणांक मैट्रिक्स
A=\left[\begin{array}{cccccc} 2 & -3 & -1 & 1 & 0 & 0 \\ 3 & -1 & -4 & 0 & 1 & 0 \\ 5 & -7 & -6 & 0 & 0 & 1 \end{array}\right]= \left(\alpha_1 \alpha_2 \alpha_3 \alpha_4 \alpha_5 \alpha_6\right)(माना)
प्रारम्भिक आधार B=\left( \alpha_4 \alpha_5 \alpha_6\right)=I_3 लेने पर,प्रारम्भिक सिम्पलेक्स सारणी निम्न प्रकार है:
प्रथम सिम्पलेक्स सारणी
अतः प्रथम सिम्पलेक्स सारणी से स्पष्ट है कि प्रारम्भिक आधार इष्टतम हल नहीं है,क्योंकि Z_j-C_j के मान ऋणात्मक है i.e. Z_1-C_1=-2 जो कि न्यूनतम राशि है तथा यह मान प्रथम स्तम्भ में है इसलिए \alpha_1 प्रवेशी सदिश है।
पुनः \underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{w_{B i}}{y_{i 1}}, y_{i 1}>0\right\}=\underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{ \frac{2}{2},\frac{2}{3},\frac{4}{5} \right\} \\ =\frac{2}{3} =\frac{W_{B2}}{y_{21}}
अतः y_{21} अर्थात् 3 मुख्य अवयव (key element) तथा \alpha_5 अपगामी सदिश (departing vector) होगा।अब सामान्य रूपान्तरणों से नवीन सारणी निम्न प्रकार होगी:
द्वितीय सिम्पलेक्स सारणी
चूँकि इस सारणी में Z_j-C_j \geq 0,j के सभी मानों के लिए,अतः इसका आधारी हल परिवर्तित समस्या का इष्टतम हल होगा:
w_1=\frac{2}{3},w_2=0,w_3=0
अतः द्वैती समस्या का इष्टतम हलः
w_1=\frac{2}{3},w_2=0,w_3=0
तथा अधिकतम Z_D=2 w_1-3 w_2-5 w_3 \\ \Rightarrow \max. Z_D=2 \times \frac{2}{3} -3 \times 0-5 \times 0
तथा x_1=z_4-c_4=0, x_2=z_5-c_5=\frac{2}{3},x_3=z_6-c_6=0
न्यूनतम Z=\frac{4}{3}
Example:9.निम्नतम करो (min.): Z=2 x_1+x_2
प्रतिबन्ध (s.t.) 3 x_1+x_2 \geq 3 \\ 4 x_1+3 x_2 \geq 6 \\ x_1+2 x_2 \geq 2
तथा (and) x_1, x_2 \geq 0
Solution:दी गई आद्य समस्या मानक रूप में है,अतः इसकी द्वैती निम्न प्रकार होगी:
अधिकतम करो: Z_D=3 w_1+6 w_2+2 w_3
प्रतिबन्ध 3 w_1+4 w_2+w_3 \leq 2 \\ w_1+3 w_2+2 w_3 \leq 1
तथा w_1, w_2, w_3 \geq 0
प्रतिबन्ध को समीकरणों में परिवर्तन करने हेतु w_4,w_5 न्यूनतापूरक चरों का समावेश करने पर उपर्युक्त द्वैत समस्या निम्नांकित है:
अधिकतम करोः Z_D=3 w_1+6 w_2+2 w_3+0 w_4+0 w_5
प्रतिबन्ध 3 w_1+4 w_2+w_3+w_4+0 w_5=2 \\ w_1+3 w_2+2 w_3+0 w_4+w_5=1
तथा w_1, w_2, w_3, w_4, w_5 \geq 0
अतः प्रतिबन्ध निकाय में गुणांक मैट्रिक्स
A=\left[\begin{array}{lllll} 3 & 4 & 1 & 1 & 0 \\ 1 & 3 & 2 & 0 & 1 \end{array}\right]=\left(\alpha_1 \alpha_2 \alpha_3 \alpha_4 \alpha_5\right)(माना)
प्रारम्भिक आधार B=\left(\alpha_4, \alpha_5\right)=I_2 लेने पर,प्रारम्भिक सिम्पलेक्स सारणी निम्न प्रकार है:
प्रथम सिम्पलेक्स सारणी
अतः प्रथम सिम्पलेक्स सारणी से स्पष्ट है कि प्रारम्भिक आधार इष्टतम हल नहीं है,क्योंकि Z_j-C_j के मान ऋणात्मक हैं i.e. Z_2-C_2=-6 जो कि न्यूनतम राशि है तथा यह मान द्वितीय स्तम्भ में है,इसलिए \alpha_2 प्रवेशी सदिश है।
पुनः \underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{w_{B i}}{y_{i 2}}, y_{i 2}>0\right\}=\underset{i}{\text{निम्नतम}} \left\{\frac{2}{4},\frac{1}{3} \right\} \\ =\frac{1}{3} =\frac{W_{B2}}{y_{22}}
अतः y_{22} अर्थात् 3 मुख्य अवयव (key element) तथा \alpha_5 अपगामी सदिश (departing vector) होगा।अब सामान्य रूपान्तरणों से नवीन सारणी निम्न प्रकार होगी:
द्वितीय सिम्पलेक्स सारणी
अतः द्वितीय सिम्पलेक्स सारणी से स्पष्ट है कि प्रारम्भिक आधार इष्टतम हल नहीं है,क्योंकि Z_j-C_j के मान ऋणात्मक हैं i.e. Z_1-C_1=-1 जो कि न्यूनतम राशि है तथा यह मान प्रथम स्तम्भ में है,इसलिए \alpha_1 प्रवेशी सदिश है।
पुनः \underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{w_{B i}}{y_{i 1}}, y_{i 1}>0\right\}=\underset{i}{\text{निम्नतम}} \left\{ \frac{\frac{2}{3}}{\frac{5}{3}},\frac{\frac{1}{3}}{\frac{1}{3}} \right\} \\ =\frac{\frac{2}{3}}{\frac{5}{3}} =\frac{W_{B1}}{y_{11}}
अतः y_{11} अर्थात् \frac{5}{3} मुख्य अवयव (key element) तथा \alpha_4 अपगामी सदिश (departing vector) होगा।अब सामान्य रूपान्तरणों से नवीन सारणी निम्न प्रकार होगी:
तृतीय सिम्पलेक्स सारणी
चूँकि इस सारणी में Z_j-C_j \geq 0,j के सभी मानों के लिए,अतः इसका आधारी हल परिवर्तित समस्या का इष्टतम हल होगा:
w_1=\frac{2}{5}, w_2=\frac{1}{5}, w_3=0
अतः द्वैती समस्या का इष्टतम हलः
w_1=\frac{2}{5}, w_2=\frac{1}{5}, w_3=0
तथा अधिकतम Z_D=3 w_1+6 w_2+2 w_3 \\ \Rightarrow \max. Z_D=3 \times \frac{2}{5}+6 \times \frac{1}{5}+2 \times 0=\frac{12}{5}
तथा x_1=z_4-c_4=\frac{3}{5}, x_2=z_5-c_5=\frac{6}{5}
न्यूनतम Z=\frac{12}{5}
Example:10.निम्नतम करो (min.): Z=8 x_1+2 x_2-4 x_3
प्रतिबन्ध (s.t.) x_1-4 x_2-2 x_3 \geq 2 \\ x_1+x_2-3 x_3 \geq -1 \\ -3 x_1-x_2+x_3 \geq 1
तथा (and) x_1, x_2, x_3 \geq 0
Solution:दी गई आद्य समस्या मानक रूप में है,अतः इसकी द्वैती निम्न प्रकार होगी:
अधिकतम करो: Z_D=2 w_1-w_2+w_3
प्रतिबन्ध w_1+w_2-3 w_3 \leq 8 \\ -4 w_1+w_2-w_3 \leq 2 \\ -2 w_1-3 w_2+w_3 \leq-4 \Rightarrow 2 w_1+3 w_2-w_3 \geq 4
तथा w_1, w_2, w_3 \geq 0
इस द्वैती समस्या को सिम्पलेक्स विधि से हल करने के लिए हमें प्रतिबन्ध निकाय को समीकरणों में परिवर्तित करना होगा। w_4 और w_5 दो न्यूनतापूरक चर, w_6 एक आधिक्यपूरक चर एवं w_7 एक कृत्रिम चर सम्मिलित करने पर समस्या का परिवर्तित मानक रूप निम्न प्रकार है:
अधिकतम करो: Z_D=2 w_1-w_2+w_3+0 w_4+0 w_5+0 w_6-M w_7
प्रतिबन्ध w_1+w_2-3 w_3+w_4+0 w_5+w_6+0 w_7=8 \\ -4 w_1+w_2-w_3+0 w_4+w_5+0 w_6+0 w_7=2 \\ 2 w_1+3 w_2-w_3+0 w_4+0 w_5-w_6+w_7=4
तथा w_1, w_2, w_3, w_4, w_5, w_6, w_7 \geq 0
उद्देश्य फलन में कृत्रिम चर w_7 का मूल्य -M लेते हैं जहाँ M एक बहुत बड़ी धनात्मक संख्या है।
प्रतिबन्धों का गुणांक मैट्रिक्स
A=\left[\begin{array}{ccccccc} 1 & 1 & -3 & 1 & 0 & 0 & 0 \\ -4 & 1 & -1 & 0 & 1 & 0 & 0 \\ 2 & 3 & -1 & 0 & 0 & -1 & 1 \end{array}\right]=\left(\alpha_1 \alpha_2 \alpha_3 \alpha_4 \alpha_5 \alpha_6 \alpha_7\right) (माना)
यहाँ प्रारम्भिक आधार मैट्रिक्स B=\left( \alpha_4 \alpha_5 \alpha_7 \right)=I_3 अतः प्रथम सिम्पलेक्स सारणी निम्न प्रकार है:
प्रथम सिम्पलेक्स सारणी
अतः प्रथम सिम्पलेक्स सारणी से स्पष्ट है कि प्रारम्भिक आधार इष्टतम हल नहीं है,क्योंकि Z_j-C_j के मान ऋणात्मक हैं i.e. Z_2-C_2=-3M+1 जो कि न्यूनतम राशि है तथा यह मान द्वितीय स्तम्भ में है,इसलिए \alpha_2 प्रवेशी सदिश है।
पुनः \underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{w_{B i}}{y_{i 2}}, y_{i 2}>0\right\}=\underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{ \frac{8}{1},\frac{2}{1},\frac{4}{3} \right\} \\ =\frac{4}{3} =\frac{W_{B3}}{y_{23}}
अतः y_{23} अर्थात् 3 मुख्य अवयव (key element) तथा \alpha_7 अपगामी सदिश (departing vector) होगा। \alpha_7 कृत्रिम चर है अतः इसे नवीन सारणी में शामिल नहीं करेंगे।अब सामान्य रूपान्तरणों से नवीन सारणी निम्न प्रकार होगी:
द्वितीय सिम्पलेक्स सारणी
अतः द्वितीय सिम्पलेक्स सारणी से स्पष्ट है कि प्रारम्भिक आधार इष्टतम हल नहीं है,क्योंकि Z_j-C_j के मान ऋणात्मक हैं i.e Z_1-C_1=-\frac{8}{3}. जो कि न्यूनतम राशि है तथा यह मान प्रथम स्तम्भ में है,इसलिए \alpha_1 प्रवेशी सदिश है।
पुनः \underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{w_{B i}}{y_{i 1}}, y_{i 1}>0\right\}=\underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{ \frac{\frac{20}{3}}{\frac{1}{3}}, \frac{\frac{4}{3}}{\frac{2}{3}} \right\} \\ =\frac{\frac{4}{3}}{\frac{2}{3}} =\frac{W_{B3}}{y_{31}}
अतः y_{31} अर्थात् \frac{2}{3} मुख्य अवयव (key element) तथा \alpha_2 अपगामी सदिश (departing vector) होगा।अब सामान्य रूपान्तरणों से नवीन सारणी निम्न प्रकार होगी:
तृतीय सिम्पलेक्स सारणी
अतः तृतीय सिम्पलेक्स सारणी से स्पष्ट है कि प्रारम्भिक आधार इष्टतम हल नहीं है,क्योंकि Z_j-C_j के मान ऋणात्मक हैं i.e. Z_6-C_6=-1 जो कि न्यूनतम राशि है तथा यह मान षष्ठम स्तम्भ में है,इसलिए \alpha_6 प्रवेशी सदिश है।
पुनः \underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{\frac{w_{B i}}{y_{i 6}}, y_{i 6}>0\right\}=\underset{i}{\text{निम्नतम}}\left\{ \frac{6}{\frac{1}{2}}\right\} \\ = \frac{6}{\frac{1}{2}}=\frac{W_{B1}}{y_{16}}
अतः y_{16} अर्थात् \frac{1}{2} मुख्य अवयव (key element) तथा \alpha_4 अपगामी सदिश (departing vector) होगा।अब सामान्य रूपान्तरणों से नवीन सारणी निम्न प्रकार होगी:
चतुर्थ सिम्पलेक्स सारणी
चतुर्थ सारणी में \alpha_3 एक ऐसा सदिश है जो आधार B में नहीं है तथा Z_3-C_3=-7<0 एवं y_{i3} के सभी घटक ऋणात्मक हैं अतः द्वैतता के मूल प्रमेय के अनुसार दी गई आद्य समस्या का भी परिमित इष्टतम हल विद्यमान नहीं है।
उपर्युक्त उदाहरणों के द्वारा रैखिक प्रोग्रामन समस्या की द्वैती समस्या को हल करो (Solve Dual of LPP),रैखिक प्रोग्रामन समस्याओं को द्वैत सिद्धान्त के प्रयोग से हल कीजिए (Use Duality to Solve LPP) को समझ सकते हैं।
Also Read This Article:- Use Duality to Solve LPP
3.रैखिक प्रोग्रामन समस्या की द्वैती समस्या को हल करो (Frequently Asked Questions Related to Solve Dual of LPP),रैखिक प्रोग्रामन समस्याओं को द्वैत सिद्धान्त के प्रयोग से हल कीजिए (Use Duality to Solve LPP) से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न:1.द्वैती समस्या को हल करने में सर्वप्रथम क्या करते हैं? (What is the First Thing You Do in Solving the Duality Problem?):
उत्तर:किसी रैखिक प्रोग्रामन समस्या की द्वैती समस्या के संरूपण के लिए सर्वप्रथम समस्या को मानक रूप में व्यक्त करते हैं इसके पश्चात ही द्वैती समस्या का संरूपण करते हैं।
प्रश्न:2.किसी आद्य समस्या का मैट्रिक्स रूप लिखो। (Write a Matrix Form of a Primal Problem):
उत्तर:यदि समस्या अधिकतमीकरण की है तो उसका मैट्रिक्स रूप निम्न प्रकार लिखा जा सकता है:
अधिकतम करो: Z_p=\left(c_1 \quad c_2 \ldots \ldots \ldots c_n\right)\left[\begin{array}{l} x_1 \\ x_2 \\ \vdots \\ x_n \end{array}\right]
प्रतिबन्ध \left[\begin{array}{cccc} a_{11} & a_{12} & \cdots & a_{1 n} \\ a_{21} & a_{22} & \cdots & a_{2 n} \\ \vdots & \vdots & \vdots \\ a_{m 1} & a_{n 2} & \cdots & a_{m n} \end{array}\right]\left[\begin{array}{c} x_1 \\ x_2 \\ \vdots \\ x_n \end{array}\right] \leq\left[\begin{array}{c} b_1 \\ b_2 \\ \vdots \\ b_n \end{array}\right]
तथा x_1, x_2, \ldots, x_n \geq 0
इस समस्या को संक्षिप्त रूप में निम्न प्रकार से व्यक्त कर सकते हैं:
अधिकतम करो: Z_p=C X
प्रतिबन्ध A X \leq b \\ X \geq 0
प्रश्न:3.सिद्ध करो कि किसी आद्य समस्या का हल अपरिबद्ध हो तो उसकी द्वैती समस्या का हल या तो अपरिबद्ध होगा अथवा कोई हल नहीं होगा। (Prove that if the primal problem has unbounded solution then dual has either no solution or an unbounded solution):
उत्तर:हम इस प्रमेय को ‘विरोधाभास विधि’ (contradiction) से सिद्ध करते हैं।सम्भव हो तो माना कि आद्य समस्या का हल अपरिबद्ध तथा इसकी द्वैती समस्या का हल परिमित एवं इष्टतम है,परन्तु हम जानते हैं कि (i)द्वैती की द्वैती आद्य समस्या होती है तथा (ii)यदि आद्य समस्या का परिमित इष्टतम हल है तो इसकी द्वैती समस्या का हल भी परिमित इष्टतम विद्यमान होगा।
हमारी कल्पना अनुसार द्वैती का हल परिमित इष्टतम है।इस द्वैती को आद्य मानते हुए इसकी द्वैती का हल भी परिमित इष्टतम होगा [(ii) के अनुसार]।परन्तु (i) के अनुसार द्वैती की द्वैती आद्य समस्या होती है।अतः आद्य समस्या का हल परिमित इष्टतम होगा जो हमारी आद्य समस्या के लिए की गई कल्पना का विरोध करती है।अतः द्वैती का हल परिमित इष्टतम नहीं होगा तथा यदि हल होगा तो वह अपरिमित होगा।
उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा रैखिक प्रोग्रामन समस्या की द्वैती समस्या को हल करो (Solve Dual of LPP),रैखिक प्रोग्रामन समस्याओं को द्वैत सिद्धान्त के प्रयोग से हल कीजिए (Use Duality to Solve LPP) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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Solve Dual of LPP
रैखिक प्रोग्रामन समस्या की
द्वैती समस्या को हल करो
(Solve Dual of LPP)
Solve Dual of LPP
रैखिक प्रोग्रामन समस्या की द्वैती समस्या को हल करो (Solve Dual of LPP) के इस आर्टिकल में
रैखिक प्रोग्रामन समस्याओं को द्वैत सिद्धान्त से कुछ सवालों को हल करके समझने का प्रयास करेंगे।
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Satyam
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