Simultaneous Differential Equations
1.अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations in DE),युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations):
अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations in DE) पर आधारित सवालों को हल करने के बारे में अध्ययन करेंगे।
आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें।जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके।यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए।आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं।इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
Also Read This Article:- Linear Differential Equation in DE
2.अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण के उदाहरण (Simultaneous Differential Equations in DE Examples):
निम्नलिखित युगपत अवकल समीकरणों को हल कीजिए:
(Solve the following differential equations):
Example:20. t \frac{d^2 x}{d t^2}+2 \frac{d x}{d t}+t x=0 ; \frac{d y}{d t}+\frac{2}{t^2} y=\frac{d x}{d t}
Solution: \frac{d^2 x}{d t^2}+2 \frac{d x}{d t}+t x=0 ; \frac{d y}{d t}+\frac{2}{t} y=\frac{d x}{d t} \\ t \frac{d^2 x}{d t^2}+2 \frac{d x}{d t}+t x=0 \cdots(1)
Put tx=V ……(2)
t के सापेक्ष अवकलन करने पर:
x+t \frac{d x}{d t}=\frac{d v}{d t}
पुनः t के सापेक्ष अवकलन करने पर:
\frac{d x}{d t}+\frac{d x}{d t}+t \frac{d^2 x}{d t^2}=\frac{d^2 v}{d t^2} \\ \Rightarrow t \frac{d^2 x}{d t^2}+\frac{2 d x}{d t}=\frac{d^2 v}{d t^2} \cdots(3)
समीकरण (2) और (3) से समीकरण (1) में मान रखने पर:
\frac{d^2 V}{d t^2}+V=0 \\ \Rightarrow\left(D^2+1\right) V=0
इसका सहायक समीकरण होगा:
m^2+1=0 \\ \Rightarrow m= \pm i
अतः इसका हल होगा:
V=c_1 \cos t+c_2 \sin t \\ \Rightarrow t x =c_1 \cos t+c_2 \sin t \\ x=\frac{c_1}{t} \cos t+\frac{c_2}{t} \sin t \cdots(4)
समीकरण (4) का t के सापेक्ष अवकलन करने पर:
\frac{d x}{d t}=-\frac{c_1}{t^2} \cos t-\frac{c_1 }{t} \sin t-\frac{c_2}{t^2} \sin t+\frac{c_2}{t} \cos t \\ \frac{d y}{d t}+\frac{2}{t} y=\frac{d x}{d t} \cdots(6)
समीकरण (6) में समीकरण (5) से \frac{d x}{d t} का मान रखने पर:
\frac{d y}{d t}+\frac{2}{t} y= -\frac{c_1}{t^2} \cos t-\frac{c_1}{t} \sin t-\frac{c_2 }{t^2} \sin t +\frac{c_2}{t} \cos t \\ \Rightarrow t^2 \frac{d y}{d t}+2 t y=-c_1 \cos t-c_1 t \sin t-c_2 \sin t +c_2 t \cos t \cdots(7)
put t^2 y=p \cdots(8)
समीकरण (8) का t के सापेक्ष अवकलन करने पर:
t^2 \frac{d y}{d t}+2 t y=\frac{d p}{d t} \cdots(9)
समीकरण (9) से समीकरण (7) में का मान रखने पर:
\frac{d p}{d t}=-c_1 \cos t- c_1 t \sin t-c_2 \sin t+c_2 t \cos t \\ \Rightarrow \int d p=\int(-c_1 \cos t) dt-c_1 \int t \sin t d t -c_2 \int \sin t d t+c_2 \int t \cos t d t \\ \Rightarrow P=-c_1 \sin t-c_1 t \int \sin t dt +c_1 \int\left[\frac{d}{dt}(t) \int \sin t d t\right] d t+c_2 \cos t +c_2 t \int \cos t d t-c_2 \int\left[\frac{d}{d t}(t) \int \cos t d t\right] dt+c_3 \\ =-c_1 \sin t+c_1 t \cos t-c_1 \int \cos t d t +c_2 \cos t+c_2 t \sin t-c_2 \int \sin t d t+c_3 \\ =-c_1 \sin t+c_1 t \cos t-c_1 \sin t+c_2 \cos t +c_2 t \sin t+c_2 \cos t+c_3 \\ \Rightarrow t^2 y=c_3+2\left(c_2 \cos t-c_1 \sin t\right)+t\left( c_1 \cos t+c_2 \sin t\right)
तथा x t=c_1 \cos t+c_2 \sin t
Example:21. t^2 \frac{d^2 x}{d t^2}+t \frac{d x}{d t}+2 y=0
Solution: t^2 \frac{d^2 x}{d t^2}+t \frac{d x}{d t}+2 y=0 \cdots(1) \\ t^2 \frac{d^2 y}{d t^2}+t \frac{d y}{d t}-2 x=0 \cdots(2)
ये द्वितीय कोटि के समघात रैखिक समीकरण हैं।
अतः (1) व (2) में z=\log_e t अर्थात् t=e^t रखने पर इन्हें निम्न रूप में लिखा जा सकता है:
[D(D-1)+D] x+2 y=0 \\ \Rightarrow D^2 x+2 y=0 \cdots(3) \\ \left[D(D-1)+D \right] y-2 x=0 \\ D^2 y-2 x=0 \cdots(4)
समीकरण (3) को D^2 से संक्रिया करने तथा समीकरण (4) को 2 से गुणा करके घटाने पर:
\begin{array}{c}D^4 x+2 D^2 y=0 \cdots(5)\\-4 x+2 D^2 y=0 \cdots(6) \\ + \quad \quad \quad - \quad \quad \quad \quad \quad \quad\\ \hline \end{array} \\ \left(D^4+4\right) x=0
इसका सहायक समीकरण है:
m^4+4=0 \\ m^4+4 m^2+4-4 m^2=0 \\ \left(m^2+2\right)^2-4 m^2=0 \\ \Rightarrow \left(m^2+2-2 m\right)\left(m^2+2+2 m\right)=0 \\ \Rightarrow m^2+2-2 m=0, m^2+2+2 m=0 \\ \Rightarrow m^2-2 m+2=0 से:
m=\frac{2 \pm \sqrt{(-2)^2-4 \times 1 \times 2}}{2} \\ \Rightarrow m=\frac{2 \pm \sqrt{4-8}}{2} \\ \Rightarrow m=\frac{2 \pm 2 i}{2} \\ \Rightarrow m=1 \pm i \\ m^2+2 m+2=0 से:
\Rightarrow =\frac{-2 \pm \sqrt{(2)^2-4 \times 1 \times 2}}{2 \times 1} \\ =\frac{-2 \pm \sqrt{4-8}}{2} \\ =\frac{-2 \pm \sqrt{-4}}{2} \\ =\frac{-2 \pm 2 i}{2} \\ \Rightarrow m =-1 \pm i \\ \Rightarrow m=1 \pm i, -1 \pm i
अतः इसका हल होगा:
x= e^z\left(c_1 \cos z+b_2 \sin z\right)+e^{-z} \left(c_3 \cos z+c_4 \sin z\right) \cdots(1)
z का मान रखने पर:
x= t\left(c_1 \cos (\log t)+c_2 \sin (\log t)\right) +\frac{1}{t}\left(c_3 \cos (\log t)+c_4 \sin (\log t)\right)
समीकरण (1) का z के सापेक्ष दो बार अवकलन करने पर:
\frac{d x}{d z}= e^z\left(c_1 \cos z+c_2 \sin z\right)+e^z\left(-c_1 \sin z+c_2 \cos z\right)-e^z\left(c_3 \cos z+c_4 \sin z\right)+e^{-z} \left(-c_3 \sin z+c_4 \cos z\right) \\ =e^z(c_1+c_2) \cos z+(c_2-c_1) \sin z) +e^{-z}\left(c_4-c_3) \cos z-\left(c_4+c_3\right) \sin z\right) \\ \frac{d^2 x}{d z^2} =e^z\left(\left(c_1+c_2 \right) \cos z+\left(c_2-c_1\right) \sin z\right) +e^z\left(-\left(c_1+c_2\right) \sin z+\left(c_2-c_1\right) \cos z\right) -e^z \left(\left(c_4-c_3\right) \cos z-\left(c_4+c_3\right) \sin z\right) +e^{-z}\left(-\left(c_4-c_3\right) \sin z-\left(c_4+c_3\right)\cos z\right) \\ =e^z \left(-2 c_1 \sin z+2 c_2 \cos z\right)+e^{-z} \left(2 c_3 \sin z-2 c_4 \cos z\right) \\ \Rightarrow \frac{d^2 x}{d z^2}=2 e^z(-2 c_1 \sin z+c_2 \cos z)+e^{-z} 2\left(c_3 \sin z- c_4 \cos z\right) \\ \frac{d^2 x}{d z^2} का मान समीकरण (3) में रखने पर:
2 e^z\left(-2 c_1 \sin z+c_2 \cos z\right)+2 e^{-z}\left(c_3 \sin z-c_4 \cos z \right) +2 y=0 \\ \Rightarrow y=e^z\left(c_1 \sin z-c_2 \cos z\right)+e^{-z}\left(c_1 \cos z-c_3 \sin z\right)
z का मान रखने पर:
\Rightarrow y=t\left(c_1 \sin (\log t)-c_2 \cos (\log t)\right) +\frac{1}{t}\left(c_{4} \cos (\log t)-c_3 \sin (\log t)\right)
तथा x= t\left(c_1 \cos (\log t)+c_2 \sin (\log t)\right) +\frac{1}{t}\left(c_3 \cos (\log t)+c_4 \sin (\log t)\right)
Example:22. lt\frac{d x}{d t}=m n(y-z) ; m t \frac{d y}{d t}=n l(z-x) ; n t \frac{d z}{d t}=lm(x-y)
Solution: lt\frac{d x}{d t}=m n(y-z) ; m t \frac{d y}{d t}=n l(z-x) ; n t \frac{d z}{d t}=lm(x-y)
Put lx=X,my=Y,nz=Z , t=e^T
अवकलन करने पर:
l d x=d X, m d y=dY, n d z=dZ, d t=e^T dT \\ \Rightarrow l \frac{d x}{d t}=\frac{1}{e^T} \frac{d x}{d T}, m \frac{d y}{d t}=\frac{1}{e^T} \frac{dY}{d T}, \\ n \frac{d z}{d t}=\frac{1}{e^T} \frac{d z}{d T} \\ \Rightarrow \frac{d x}{d T}=n Y-m Z \cdots(1) \\ \frac{d Y}{d T}=l Z-n X \cdots(2) \\ \frac{d Z}{d T}=m X-l Y \cdots(3)
(1),(2),(3) को क्रमशः 2X,2Y व 2Z से गुणा करके जोड़ने पर:
2 X \frac{d X}{d T}+2 Y \frac{d Y}{d T}+2 Z \frac{d Z}{d T}=0 \\ \Rightarrow \frac{d}{d T} \left(X^2+Y^2+Z^2\right)=0
समाकलन करने पर:
X^2+Y^2+Z^2=c_1 \cdots(4)
अब (1),(2) व (3) को क्रमशः l,m व n से गुणा करके जोड़ने पर:
\ell \frac{d X}{d T}+m \frac{d Y}{d T}+n \frac{d Z}{d T}=0 \\ \Rightarrow \frac{d}{d T}(l X+m Y+n Z)=0
समाकलन करने पर:
\Rightarrow l X+m Y+n Z=c_2 \cdots(5)
(1),(2) व (3) का T के सापेक्ष अवकलन करने पर:
\frac{d^2 X}{d T^2}=n \frac{d Y}{d T}-m \frac{d Z}{d T} \cdots(6)\\ \frac{d^2 Y}{d T^2}=l \frac{d Z}{d T}-n \frac{d X}{d T} \cdots(7) \\ \frac{d^2 Z}{d T^2}=m \frac{d X}{d T}-l \frac{d Y}{d T} \cdots(8)
अब (6),(7) व (8) को क्रमशः 2 \frac{d X}{d T}, 2 \frac{d Y}{d T}, 2 \frac{d Z}{d T} से गुणा करके जोड़ने पर:
2 \frac{d X}{d T} \cdot \frac{d^2 X}{d T^2}+2 \frac{d Y}{d T} \cdot \frac{d^2 Y}{d T^2}+2 \frac{d Z}{d T} \cdot \frac{d^2 Z}{d T^2}=0
समाकलन करने पर:
\left(\frac{d X}{d T}\right)^2+\left(\frac{d Y}{d t}\right)^2+\left(\frac{d Z}{d T}\right)^2=c_3 \\ \Rightarrow(n Y-m Z)^2+(l Z-n X)^2+(m X-1 Y)^2=c_3 \cdots(9)
(4),(5) व (9) मिलाकर दिए हुए समीकरण का व्यापक हल प्रदान करते हैं जहाँ lx=X,my=Y,nz=Z,t=e^T
उपर्युक्त उदाहरणों के द्वारा अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations in DE),युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations) को समझ सकते हैं।
3.अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण की समस्याएँ (Simultaneous Differential Equations in DE Problems):
निम्नलिखित युगपत अवकल समीकरणों को हल कीजिए:
(Solve the following differential equations):
(1.)\frac{d x}{d t}+\frac{d y}{d t}-y=2 t+1,2 \frac{d x}{d t}+2 \frac{d y}{d t}+y=t
(2.)\frac{d y}{d x}+y=z+e^x, \frac{d z}{d x}+z=y+e^x
उत्तर (Answers): (1.)x=-t-\frac{2}{3} \\ y=\frac{1}{2} t^2+\frac{4}{3} t+c_1
(2.)y=e^x+A+B e^{-2 x}, Z=e^x+A-B e^{-2 x}
उपर्युक्त सवालों को हल करने पर अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations in DE),युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations) को ठीक से समझ सकते हैं।
Also Read This Article:- Method of Finding Out CF and PI in DE
4.अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण (Frequently Asked Questions Related to Simultaneous Differential Equations in DE),युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations) से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न:1.आंशिक अवकल समीकरण से क्या तात्पर्य है? (What is Meant by Partial Differential Equation?):
उत्तर:साधारण समीकरणों में एक स्वतन्त्र चर राशि होती है,जबकि आंशिक समीकरणों में एक से अधिक स्वतन्त्र चर राशियाँ होती है।
प्रश्न:2.युगपत अवकल समीकरणों को हल करने की प्रतीकात्मक विधि के बारे में टिप्पणी लिखो। (Write a Note About the Symbolic Method of Solving Simultaneous Differential Equations):
उत्तर:युगपत अवकल समीकरणों को हल करने की विधि कुछ-कुछ उसी प्रकार की है जैसी युगपत बीजीय समीकरणों को हल करने के काम में ली जाती है।यहाँ पर भी हम विलोपन की विधि से केवल एक आश्रित चर एवं इसके अवकलजों में समीकरण प्राप्त करते हैं,जिनमें एक स्वतन्त्र चर होता है।इस समीकरण को पिछले आर्टिकल्स में बताई गई विधियों से हल कर हम इसमें प्रयुक्त चरों में सम्बन्ध प्राप्त करते हैं।इसके पश्चात उपर्युक्त प्रकार से विलोपन एवं समाकलन कर या प्राप्त सम्बन्ध से दिए हुए किसी एक समीकरण में प्रतिस्थापन द्वारा आश्रित चर एवं स्वतन्त्र चर में सम्बन्ध प्राप्त करते हैं।
प्रश्न:3.युगपत अवकल समीकरणों को हल करने की अवकलन विधि के बारे में टिप्पणी लिखो। (Write a Note About Differential Method of Solving Simultaneous Differential Equations):
उत्तर:यदि दो युगपत अवकल समीकरणों में x, y, \frac{d x}{d t} तथा \frac{d y}{d t} विद्यमान हों,तब हम इनका t के सापेक्ष अवकलन करके दो और समीकरण प्राप्त करते हैं,जिनमें x,y तथा द्वितीय कोटि तक के अवकलज विद्यमान होंगे।इन चार समीकरणों में y (या x) तथा इनके अवकलजों का विलोपन कर x (या y) तथा इसके अवकलजों में एक समीकरण प्राप्त करते हैं।इसके पश्चात x (या y) का मान दिए हुए समीकरणों में से किसी एक में प्रतिस्थापित कर y (या x) का मान प्राप्त करते हैं।
उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations in DE),युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
No. | Social Media | Url |
---|---|---|
1. | click here | |
2. | you tube | click here |
3. | click here | |
4. | click here | |
5. | Facebook Page | click here |
6. | click here |
Simultaneous Differential Equations in DE
अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण
(Simultaneous Differential Equations in DE)
Simultaneous Differential Equations in DE
अवकल समीकरण में युगपत अवकल समीकरण (Simultaneous Differential Equations
in DE) पर आधारित सवालों को हल करने के बारे में अध्ययन करेंगे।
Related Posts
About Author
Satyam
About my self I am owner of Mathematics Satyam website.I am satya narain kumawat from manoharpur district-jaipur (Rajasthan) India pin code-303104.My qualification -B.SC. B.ed. I have read about m.sc. books,psychology,philosophy,spiritual, vedic,religious,yoga,health and different many knowledgeable books.I have about 15 years teaching experience upto M.sc. ,M.com.,English and science.