Menu

Priyanshi is youngest human calculator

1.प्रियांशी सबसे कम उम्र की मानव कैलकुलेटर हैं,का परिचय (Introduction to Priyanshi is youngest human calculator,Priyanshi Somani is youngest Indian human calculator):

  • प्रियांशी  सबसे कम उम्र की मानव कैलकुलेटर हैं (Priyanshi is youngest human calculator,Priyanshi Somani is youngest Indian human calculator),के बारे में इस आर्टिकल में बताया गया है।
    सबसे पहले भारत की शकुन्तला देवी ने मानव कम्प्यूटर का खिताब जीता था।उसने कम्प्यूटर से भी तेज गति से गणना करके विश्व को आश्चर्य में डाल दिया था।
  • अभी हाल ही में हैदराबाद के नीलकंठ भानु प्रकाश ने मानव कैलकुलेटर का खिताब जीतकर भारत का गौरव विश्व पटल पर बढ़ा दिया था।
  • हमने इन दोनों प्रतिभाओं से सम्बन्धित आर्टिकल पहले ही पोस्ट कर दिए हैं।यदि आप हैदराबाद के रहने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र नीलकंठ भानु प्रकाश व शकुंतला देवी के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको वे दोनों आर्टिकल पढ़ना चाहिए।
  • अब हम नारी की उन्नति तथा अवनति के बारे में लिख रहे हैं।
  • नारी को पुरुष के समान ही अपने व्यक्तित्व के विकास और लोकनिर्माण में अपनी प्रतिभा का समर्थ योगदान कर सकने का अवसर मिलेगा,तभी उसकी स्वाधीनता सच्ची और सार्थक कही जा सकती है।
  • यदि उपलब्ध नारी स्वातंत्र्य को सही दिशा मिली होती तो सचमुच मानव जाति का एक बहुत बड़ा सौभाग्य होता। इससे उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएं देखकर संतोष व्यक्त किया जा सकता था,पर हुआ इससे ठीक उल्टा है।
  • दुर्भाग्य की करामात तो देखो कि पुरुष,स्त्री का शोषण करने के लिए पिछली खिड़की से भेष बदलकर फिर घुसपैठ करने में लग गया है और वह नारी पराधीनता के नए किस्म के बंधन बनाकर फिर ले आया है।मजे की बात यह कि इस बार पराधीनता,स्वतन्त्रता का नकली लिबास ओढ़कर आई है।
  • सभी भ्रम में पड़कर बिना असलियत को समझे-बूझे उत्साह के साथ अपनाते जा रहे हैं।पहले लोहे की जंजीरों से नारी को बांधा जाता था,अब सोने की जंजीरों या रेशमी रस्सों से बांधा जाता है।
  • इसे कोई प्रगति भले ही बताता रहे पर वास्तव में बंधन भी उतने ही दु:खद रहेंगे जितने की लोहे वाले समय में थे।
    पत्रकार, कलाकार, साहित्यकार,चित्रकार,कवि,अभिनेता,गायक,वादक सब मिलकर नारी को भ्रमित करने में लग गए हैं।उनकी सारी बुद्धि,कौशल और क्रिया-कलाप इस दिशा में लग गया है कि नारी को रमणी और कामिनी के रूप में उसी तरह बने रहने दिया जाए जैसी कि वह सामंती जमाने में थी।
  • इस कार्य को इतनी चतुरता से सम्पन्न किया कि नारी उसी बुरे स्थान पर स्वेच्छापूर्वक खड़ी रहे,जहां उसका शोषण पहले की तरह बिना किसी कठिनाई से होता रहे।
  • वर्तमान समय में इसे नारी के प्रतिभा विकास की कसौटी माना गया है।जो जितने बुरे ढंग से अपने शरीर का प्रदर्शन कर सके,वह नारी उतनी ही प्रतिभावान है।
  • इसे इतने मोहक ढंग से प्रचारित किया जाता है कि हर युवा लड़की की तमन्ना मिस इंडिया,मिस वर्ल्ड,मिस यूनिवर्स पर जाकर टिकती है। इसमें प्रलोभन भी कम नहीं है।
  • अपने देश में इस सौंदर्य प्रतियोगिता में लाखों रुपए तक एक प्रतियोगी के लिए खर्च किए जाते हैं।यह नारी की वास्तविक क्षमताओं को शरीर तक सीमित करने की खतरनाक साजिश है।
  • नारी के खिलाफ की जा रही इस राजनैतिक चतुराई ने शरीर प्रदर्शन को बाकायदा उद्योग का दर्जा दे डाला है। अमेरिका में यह उद्योग लाखों डालर लाभ कमाता है।अपने देश में भी भारी-भरकम लाभांश कमाने वाले उद्योगपति कम नहीं है।
  • चारों तरफ माडलिंग एजेंसियों की भरमार है, जिसमें आधुनिकता और स्वतन्त्रता के नाम पर नारी के शरीर, विज्ञापनों की वस्तु बनकर रह गई है।सिनेमा के विज्ञापनों से लेकर कैलेंडर, साबुन, शैंपू, दन्तमंजन, जूते-चप्पल तक में नारी के शरीर को ही प्रदर्शित किया जाता है।
  • सिगरेट से लेकर शराब की बोतलों तक में उसी की छवि प्रदर्शित की जाती है। बाजार की हर वस्तु की बिक्री का ठेका नारी के शरीर-प्रदर्शन ने ही ले लिया है। सर्वाधिक आश्चर्य की बात तो यह है कि इस संदेश को देने वाली नारियां ही होती है,जो इस कार्य की सफलता को अपनी प्रतिभा की कसौटी मान बैठी है।
  • इसके बावजूद कुछ नारियों ने या तो खुद संघर्ष करके अपनी प्रतिभा का उपयोग किया है अथवा उनको अवसर दिए जाने पर अपनी प्रतिभा को निखारने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है।जैसे प्रियांशी सोमानी,शकुंतला देवी,रमन परिमाला,राधा केसर,नीना गुप्ता इत्यादि ऐसी नारियां हैं जो अपनी प्रतिभा को सही दिशा देने में कामयाब हुई है। इन्हीं में प्रियांशी सबसे कम उम्र की मानव कैलकुलेटर हैं (Priyanshi is youngest human calculator,Priyanshi Somani is youngest Indian human calculator)।
  • आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर करें ।यदि आप इस वेबसाइट पर पहली बार आए हैं तो वेबसाइट को फॉलो करें और ईमेल सब्सक्रिप्शन को भी फॉलो करें जिससे नए आर्टिकल का नोटिफिकेशन आपको मिल सके ।यदि आर्टिकल पसन्द आए तो अपने मित्रों के साथ शेयर और लाईक करें जिससे वे भी लाभ उठाए ।आपकी कोई समस्या हो या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट करके बताएं। इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Also Read This Article-DU student world fastest calculator

2.प्रियांशी सबसे कम उम्र की मानव कैलकुलेटर हैं (Priyanshi is youngest human calculator,Priyanshi Somani is youngest Indian human calculator)-

(1.)प्रियांशी सोमानी का संक्षिप्त परिचय (Brief introduction of Priyanshi Somani)-

  • जन्म -16 नवंबर 1998 (आयु 21 वर्ष)
    सूरत, गुजरात, भारत
    राष्ट्रीयता-भारतीय
    पहचान-मानसिक कैलकुलेटर के लिए जानी जाती है।
    प्रियांशी सोमानी (जन्म 16 नवंबर 1998) 2010 मानसिक गणना विश्व कप विजेता है।
    मानसिक गणना विश्व कप 2010 के परिणाम
    असाधारण चीजें करने वाली साधारण भारतीय महिलाएं
    मानसिक गणना विश्व कप, द डेली बीस्ट

(2.)प्रियांशी सोमानी का गणित में योगदान (Priyanshi Somani’s contribution to mathematics)-

  • उम्र उत्कृष्टता की सीमाओं को परिभाषित नहीं करती है और प्रियांशी सोमानी ने इसे साबित किया है।वह 2010 में प्रतिष्ठित मानसिक गणना विश्व कप जीतने वाली पहली भारतीय हैं, जिन्होंने 12 साल की छोटी उम्र में यह उपलब्धि हासिल की है!
  • मानसिक गणना विश्व कप में प्रतिभागियों ने कम से कम समय में अत्यधिक जटिल गणितीय कार्यों की एक श्रृंखला को हल करने के लिए प्रतिस्पर्धा की।16 अलग-अलग देशों के अनुभवी गणितीय जादूगरों का सामना करने की चुनौती, जो सबसे उम्र में 61 साल के थे, ने प्रियांशी को अपने लक्ष्य से नहीं डिगाया।वह सभी शेष 37 प्रतिभागियों को हराकर 6.28 मिनट में निर्धारित कार्यों को हल करने के लिए चली गई।3 जनवरी 2012 को, प्रियांशी ने वर्गमूल की सबसे तेज गणना के लिए एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित करके अपने गणितीय प्रतिभा की स्थापना की।
  • प्रियांशी अपने गणितीय सपनों का पीछा करने के लिए अपने माता-पिता से पूर्ण समर्थन और मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए भाग्यशाली रही है।उसने अपने भाई के साथ छह साल की कम उम्र में गणित की समस्याओं को हल करना शुरू कर दिया और गणित में उसकी रुचि वहां से बढ़ी।वह अंतिम मील तक खुद को चुनौती देती है,और युवा छात्रों को वह करने के लिए प्रेरित करती है जो वे वास्तव में आनंद लेते हैं!वह 2011 के वर्ल्ड मैथ डे के लिए भारतीय राजदूत भी बनीं।इन मील के पत्थरों को हासिल करना इस लड़की के लिए कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, जो मानती है कि वह अपनी उम्र में भी आसमान छू सकती है!
  • उसकी याददाश्त की शक्ति आपके दिमाग को चकरा देगी;  वह अधिक अंकों की गणना कर सकता है जितना कि आप गिन सकते हैं!अन्य प्रतियोगियों की तुलना में प्रियांशी न तो अपनी अनुभवहीनता से अप्रभावित रहती है,और न ही अपनी पिछली सभी सफलताओं से उस पर दबाव बढ़ने देती है।यह साधारण युवा लड़की भविष्य में एक शक्ति महिला बनने के लिए तैयार है।
  • बोली- “मुझे कुछ भी और हर चीज से प्यार है जिसमें गति है।जब कोई गणित की समस्या आपके सामने होती है, तो आपके दिमाग में कई प्रक्रियाएँ चलती हैं।समस्या को देखने वाली आंख से, मस्तिष्क इसका विश्लेषण करता है और इसे कम से कम संभव समय में हल करने की कोशिश करता है, और अंत में इसे कागज या स्क्रीन पर रख देता है।इस चक्र की गति को चुनौती देना मुझे रोमांचित करता है।हर बार एक नया रिकॉर्ड बनाना लक्ष्य है। ”
  • प्रियांशी ने 11 साल की उम्र में 6 अंकों की संख्या का 8 अंकों तक वर्गमूल ज्ञात किया थाा वो भी 6.51 मिनट में।
    आज 21 साल की हो चुकीं प्रियांशी को भारत की सबसे युवा ‘ह्यूमन कैलकुलेटर’ (Human Calculator) होने का सम्मान प्राप्त है। 2010 के ‘मेंटल कैलकुलेशन वर्ल्डकप’ 6 मिनट 51 सेकंड्स में छह अंकों की संख्या का आठ अंकों तक वर्गमूल निकाला था।उनके माता-पिता सत्येन और अंजू सोमानी ने उन्हें 6 साल की उम्र में मेंटल मैथेमैटिक्स (Mental Mathematics) की कक्षाओं में भेजना शुरू किया थाा जहां उन्हें बिना पेन-पेपर के मन में ही गणित की बड़ी से बड़ी संख्या का कैलकुलेशन करना सिखाया जाता है।यह वह तकनीक है जो गणित के जटिल कॉन्सेप्ट को सरलता से समझने में भी मदद करती है।

3.सम्मान और पुरस्कार (Honours and awards)-

  • मेंटल मैथ की कक्षाओं में जाने के एक साल के भीतर ही प्रियांशी अबेकस औैर मेंटल अंकगणित प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय चैम्पियन बन गई थीं। 2007 में उन्होंने पहली बार मलेशिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय अबेकस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और चैंपियन बनीं।2010 के विश्व कप में उन्होंने 8 महत्वपूर्ण अंकों तक वर्गमूल निकालने के लिए पहला स्थान जीता। इसके अलावा प्रियांशी ने 6.28 मिनट में वर्गमूल के 10 अलग-अलग कैलकुलेशन को भी सही तरीके से हल कर दिया और साथ ही सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। साल 2012 में उन्होंने छह अंकों की संख्या का 2 मिनट 43 सेकंड में 10 अंकों तक वर्गमूल ज्ञातकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। इसके बाद उन्होंने इन प्रतियोगिताओं को अलविदा कह दिया। फिलहाल वे थिएटर में सक्रिय हैं।
  • देखा आपने कितनी अद्भुत प्रतिभा है,प्रियांशी सबसे कम उम्र की मानव कैलकुलेटर हैं (Priyanshi is youngest human calculator,Priyanshi Somani is youngest Indian human calculator)।

4.प्रियांशी सोमानी आईआईटी बॉम्बे (Priyanshi Somani IIT Bombay)-

  • प्रियांशी सोमानी 2016-2021 तक IIT Powai मुम्बई, महाराष्ट्र IIT कर रही है।2017 में IIT बॉम्बे में अपने दूसरे वर्ष में थी।  प्रियांशी सोमानी पहले इंटर IIT में सिल्वर मेडल प्राप्त किया।
  • इस प्रकार उपर्युक्त विवरण के आधार पर प्रियांशी सबसे कम उम्र की मानव कैलकुलेटर हैं (Priyanshi is youngest human calculator,Priyanshi Somani is youngest Indian human calculator) ,के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

5.ग्रंथ ठक्कर (Granth Thakkar)-

  • वापी, गुजरात के एक 13 वर्षीय लड़के ग्रंथ ठक्कर ने 12 अक्टूबर ,2014 को जर्मनी के शहर ड्रेसडेन में आयोजित 6 वीं विश्व मानसिक गणित चैंपियनशिप जीती।6वीं वर्ल्‍ड चैंपियनशिप इन मेंटल अर्थमै‍टिक्‍स जीतकर अपनी योग्‍यता से जजों को चकित कर दिया।

6.अकृत जसवाल (Akrit Jaswal)-

  • 23 अप्रैल,1993 को भारत में अकृत प्राण जसवाल (Akrit Pran Jaswal) का जन्म हुआ था।उन्हें एक इंडिगो बच्चे के रूप में जाना जाता था क्योंकि उनकी बुद्धि औसत से ऊपर मानी जाती थी। उसकी 146  इंटेलिजेंट क्वोटिएंट (I.Q.) है, जो स्पष्ट रूप से सबसे उल्लेखनीय I.Q है।जो स्पष्ट रूप से भारत में उसकी उम्र के किसी भी बच्चे के सबसे उल्लेखनीय बुद्धि उपलब्धि है।

7.शकुंतला देवी (Shakuntala Devi)-

  • वह 83 वर्ष की थीं।उनकी एक बेटी अनुपमा बनर्जी है,
    अनुपमा के पति अजय अभय कुमार लंदन में अपना बिज़नेस करते हैं और दोनों की दो बेटियां भी वहीं रहती हैं.
    उनकी दो बेटियों के साथ शादी हुई है और वह लंदन में रहती हैं।  4 नवंबर 2013 को, देवी को उनके 84 वें जन्मदिन के अवसर पर Google डूडल से सम्मानित किया गया था।मई 2019 में शकुंतला देवी के जीवन पर एक फिल्म की घोषणा की गई थी।
  • 21 अप्रैल 2013 को शकुंतला देवी के निधन के बाद अनुपमा के दिल दिमाग पर काफी गहरा असर पड़ा. इसी घटना के बाद उन्होंने लंदन शिफ्ट होने का फैसला किया.

8.भारत के सबसे युवा वैज्ञानिक (India youngest scientist)-

गोपाल जी-भारत के सबसे युवा वैज्ञानिक हैं।

9.तनिष्क अब्राहम (Tanishq Abraham)-

  • तनिष्क अब्राहम का जन्म जून 2003 में कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में हुआ था; उनके माता पिता – पिता बिजौ अब्राहम, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और मां तज अब्राहम, एक पशुचिकित्सा, भारत के केरल से अमेरिका चले गए।
    11 वर्ष की उम्र में भारतीय अमेरिकी बच्चे विलक्षण तनिष्क अब्राहम के लिए बुरा नहीं है, जिसने कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में अमेरिकन रिवर कॉलेज से स्नातक किया।
  • उन्होंने 20 मई 2015 को गणित और भौतिक विज्ञान, सामान्य विज्ञान और विदेशी भाषा के अध्ययन में डिग्री, ग्रेड प्वाइंट औसत (जीपीए) 4.0 के स्कोर के साथ अपना स्नातक प्रमाणपत्र प्राप्त किया।

10.मानसिक कैलकुलेटर (Mental calculator)-

  • मानव कैलकुलेटर मानसिक गणना के कुछ क्षेत्र (जैसे जोड़ना, घटाना, गुणा या बड़ी संख्या में विभाजन) में एक विलक्षण क्षमता वाले व्यक्ति का वर्णन करने के लिए एक शब्द है।  मानसिक गणना विश्व कप के लिए प्रतिस्पर्धा करने के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मानसिक कैलकुलेटर हर दो साल में आमंत्रित किए जाते हैं।
  • इस आर्टिकल में प्रियांशी सबसे कम उम्र की मानव कैलकुलेटर हैं (Priyanshi is youngest human calculator,Priyanshi Somani is youngest Indian human calculator) के बारे में बताया गया है।

Also Read This Article-Satyam kumar and Tulsi Avatar Tathagat

No. Social Media Url
1. Facebook click here
2. you tube click here
3. Instagram click here
4. Linkedin click here
5. Facebook Page click here
6. Twitter click here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *