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Correlation by Karl Pearson Method

1.कार्ल पियर्सन रीति से सहसम्बन्ध (Correlation by Karl Pearson Method),कार्ल पियर्सन का सहसम्बन्ध गुणांक (Karl Pearson Coefficient of Correlation): कार्ल पियर्सन रीति से सहसम्बन्ध (Correlation by Karl Pearson Method) गुणांक ज्ञात करने के लिए प्रत्यक्ष रीति तथा लघु रीति का प्रयोग किया जाता है।पिछले लेख में प्रत्यक्ष रीति से सहसम्बन्ध गुणांक ज्ञात करना सीखा था।कुछ

Karl Pearson Correlation Coefficient

1.कार्ल पियर्सन सहसम्बन्ध गुणांक (Karl Pearson Correlation Coefficient),कार्ल पियर्सन का सहसम्बन्ध गुणांक (Karl Pearson Coefficient of Correlation): कार्ल पियर्सन सहसम्बन्ध गुणांक (Karl Pearson Correlation Coefficient) सहविचरण (covariance) का ही गुणांक (सापेक्ष माप) है।सहविचरण एक निरपेक्ष माप है।इसे गुणांक में परिवर्तन करने के लिए दोनों श्रेणियों के प्रमाप विचलनों (Standard Deviation) के गुणनफल का भाग दे

Consumer Price Index Numbers

1.उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index Numbers),शिरोबन्धन सूचकांक (Spliced Index Numbers): उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index Numbers) ज्ञात करने हेतु समूह व्यय विधि या भारित समूही व्यय विधि तथा भारित मूल्यानुपात विधि या पारिवारिक बजट विधि का प्रयोग किया जाता है।सामान्य सूचकांकों से यह ज्ञात नहीं होता है कि समाज के विभिन्न वर्गों में

Fisher Ideal Index Number

1.फिशर का आदर्श सूचकांक (Fisher Ideal Index Number),लेसपेयर सूचकांक सूत्र (Lespeyer Index Number Formula): फिशर का आदर्श सूचकांक (Fisher Ideal Index Number) के परिकलन के लिए फिशर ने लेसपेयर तथा पाशे के सूत्रों को गुणोत्तर माध्य में प्रयुक्त किया।सूत्र निम्न प्रकार हैः सूत्र में प्रयुक्त तथा इसे तात्पर्य पूर्व के बताये गये सूत्रों के अनुसार

Weighted Index Numbers

1.भारित सूचकांक (Weighted Index Numbers),भारित समूही रीति (Weighted Aggregative Method): भारित सूचकांक (Weighted Index Numbers)की तब आवश्यकता होती है जब विभिन्न वस्तुओं या मदों के तुलनात्मक महत्त्व को प्रकट करने हेतु किसी सुनिश्चित आधार पर भारों का प्रयोग किया जाता है।अतः जब विभिन्न वस्तुओं के सम्बन्धित भारों को ध्यान में रखकर सूचकांकों की परिगणना की

Index Number by Average Price Relative

1.औसत मूल्यानुपात द्वारा सूचकांक (Index Number by Average Price Relative),श्रृंखला आधार रीति द्वारा सूचकांक (Index Numbers from Chain Base Method): औसत मूल्यानुपात द्वारा सूचकांक (Index Number by Average Price Relative) में यदि मूल्य मात्रा के रूप में दिए हों तो उन्हें सर्वप्रथम रुपयों में परिवर्तित करेंगे।मूल्यों का औसत मूल्य ज्ञात करेंगे।अब औसत मूल्य को आधार

Simple Index Numbers

1.साधारण सूचकांक (Simple Index Numbers),अभारित सूचकांक (Unweighted Index Numbers): साधारण सूचकांक (Simple Index Numbers),अभारित सूचकांक (Unweighted Index Numbers) अथवा अभारित सूचकांक (Unweighted Index Numbers) उन्हें कहते हैं जब समस्त वस्तुओं को समान महत्त्व दिया जाए।इनके निर्माण की विभिन्न रीतियाँ निम्नलिखित हैंःसाधारण सूचकांक (Simple Index Numbers):(1.)एक वस्तु के (of One Commodity)(2.)एक से अधिक वस्तुओं के (of

Quartile Coefficient of Skewness

1.विषमता का चतुर्थक गुणक (Quartile Coefficient of Skewness),बाउले का विषमता गुणक (Bowley Coefficient of Skewness): विषमता का चतुर्थक गुणक (Quartile Coefficient of Skewness) डाॅ. ए. एल. बाउले द्वारा प्रतिपादित माप मध्यका और चतुर्थकों पर आधारित है।एक सममित वितरण में मध्यका से प्रथम और तृतीय चतुर्थकों के अन्तर समान दूरी पर होते हैं तथा इनके असमान

Bowley Coefficient of Skewness

1.बाउले का विषमता गुणक (Bowley Coefficient of Skewness),विषमता का चतुर्थक गुणक (Quartile Coefficient of Skewness): बाउले का विषमता गुणक (Bowley Coefficient of Skewness):डाॅ. ए एल बाउले द्वारा प्रतिपादित माप मध्यका और चतुर्थकों पर आधारित है।एक सममित वितरण में मध्यका से प्रथम और तृतीय चतुर्थकों के अन्तर समान दूरी पर होते हैं तथा इनके असमान होने

Karl Pearson’s Coefficient of Skewness

1.विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness),विषमता का कार्ल पियर्सन माप (Karl Pearson Measure of Skewness): विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness) समंक श्रेणी के माध्यों की स्थिति पर निर्भर करता है।एक विषम आवृत्ति वितरण में समान्तर माध्य, मध्यका तथा बहुलक के मूल्य समान नहीं होते हैं।इन माध्यों