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Mathematics Education Archive

PLACE OF TEXT BOOKS IN MATHEMATICS

1.गणित में पाठ्यपुस्तकों का स्थान (INTRODUCTION OF PLACE OF TEXT BOOKS IN MATHEMATICS): गणित में पाठ्यपुस्तकों का स्थान (PLACE OF TEXT BOOKS IN MATHEMATICS) बहुत उच्च रहा है।छात्र-छात्राओं के लिए पूर्व में ज्ञान प्राप्ति शिक्षकों के बाद पाठ्य-पुस्तकों से ही उपलब्ध हो सकती थी।परंतु वर्तमान काल में ज्ञान प्राप्ति के अनेक साधन हो गए हैं।अब

REFERENCE BOOKS OF MATHEMATICS

1.गणित की सन्दर्भ पुस्तकें (REFERENCE BOOKS OF MATHEMATICS),गणित की सहायक पुस्तकें (SUPPLEMENTARY BOOKS OF MATHEMATICS): गणित की सन्दर्भ पुस्तकें (REFERENCE BOOKS OF MATHEMATICS) का तात्पर्य है कि हम शिक्षा संस्थानों में स्वीकृत सिलेबस की पाठ्यपुस्तकें के अतिरिक्त पुस्तकें पढ़ने से है।सन्दर्भ पुस्तकों का बहुत महत्त्व है।यदि हम ज्ञान प्राप्ति और व्यावहारिक ज्ञान के लिए पढ़ते

Examinations in Mathematics

1.गणित में परीक्षाएँ (Examinations in Mathematics): गणित में परीक्षाएँ (Examinations in Mathematics):गणित के सफल शिक्षण के लिए परीक्षाएं परम आवश्यक हैं।शिक्षा के परिणामों की नाप-तोल करने के साथ ही साथ यह विद्यार्थियों को आगे बढ़ने,कठिनाइयों से टक्कर लेने और उन पर विजय प्राप्त करने की प्रेरणा देती है।इससे विद्यार्थी यह जान लेते हैं कि उन्होंने

Mathematics and Music

1.गणित और संगीत (Mathematics and Music): गणित और संगीत (Mathematics and Music) का आपस में गहरा संबंध है।यों संसार में प्रत्येक विषय का आपस में सहसंबंध होता है।कोई भी विषय अद्वितीय रूप से विकसित नहीं हो सकता हैं।हालांकि आपको सभी प्रकार के संगीत का आनंद लेने के लिए गणितज्ञ होने की आवश्यकता नहीं है।परंतु एक

What are Some Strengths in Math?

1.गणित में कुछ शक्ति क्या हैं? (What are Some Strengths in Math?): What are Some Strengths in Math?:गणित में कुछ शक्ति क्या हैं (What are Some Strengths in Math?) से तात्पर्य है कि गणित का अध्ययन करने से हमारे अन्दर किस प्रकार की शक्तियों अर्थात् गुणों का विकास होता है।दूसरा अर्थ यह है कि गणित

Laboratory of Mathematics

1.गणित की प्रयोगशाला (Laboratory of Mathematics),गणित प्रयोगशाला (Laboratory Mathematics): गणित की प्रयोगशाला (Laboratory of Mathematics):गणित विषय की विषयवस्तु अन्य विषयों से अलग हटकर है।इसलिए इसे पढ़ने और पढ़ाने का तरीका भी सब विषयों से अलग है।अन्य विषयों को आप पढ़कर तथा याद करके सफल हो सकते हैं।गणित में अभ्यास का महत्त्व सबसे अधिक है।जितना अधिक

Logarithms

1.लघुगणक (Logarithms): लघुगणक (Logarithms) का आविष्कारक स्कॉटलैंड निवासी जॉन नेपियर (John Napier) था।1612 ईसवी में नेपियर की एक पुस्तक जिसका नाम था ‘Mirificilogarithmorum Canons Description’था,एडिनबर्ग में प्रकाशित हुई।इस पुस्तक में लघुगणको के आविष्कार का मार्मिक विवेचन दिया हुआ है।उक्त पुस्तक में पहली बार लघुगणकों की परिभाषा एवं लघुगणक सारणी उपलब्ध होती है।पुस्तक के प्रकाश में

Concept of Zero in hindi

1.शून्य की अवधारणा (Concept of Zero in hindi): शून्य की अवधारणा (Concept of Zero in hindi):शून्य एक संख्या है और अन्य अंकों के साथ शून्य का प्रयोग करके संख्यात्मक अंकों को संख्या के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।यह पूर्णांकों,वास्तविक संख्याओं और कई अन्य बीजीय संक्रियाओं की योगात्मक संक्रिया में महत्त्वपूर्ण भूमिका अर्थात् केन्द्रीय भूमिका

Statistical Mathematics

1.सांख्यिकीय गणित (Statistical Mathematics): सांख्यिकीय गणित (Statistical Mathematics) की रचना मैक्सवेल और वोल्ट्जमैन ने की थी।सांख्यिकीय गणित (Statistical Mathematics) का भौतिकी में प्रयोग किया जाता है। न्यूटन ने ग्रहों की गतियों के बारे में नए सिद्धांत स्थापित किए थे।न्यूटन ने बताया कि संसार की हर वस्तु दूसरी वस्तु को आकर्षित करती है।जैसे सूर्य ग्रह को

Sulvasutra and Geometry

 1.शुल्वसूत्र और रेखागणित का परिचय (Introduction to Sulvasutra and Geometry),शुल्वसूत्र और रेखागणित का आपस में क्या संबंध है?(What is the relation between Sulvasutra and Geometry?): शुल्वसूत्र और रेखागणित (Sulvasutra and Geometry) जानने के लिए हमें भारत में गणित के इतिहास पर दृष्टिपात करना होगा।असल में गणित उतना ही प्राचीन है जितना की मनुष्य।आज से लगभग