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JEE MAINS Maths Archive

find square root of complex number

1.सम्मिश्र संख्या का वर्गमूल ज्ञात करना का परिचय (Introduction to find square root of complex number)- सम्मिश्र संख्या  का वर्गमूल ज्ञात करने के लिए (To find square root of complex number) सम्मिश्र संख्या को जानना आवश्यक है।a+ib के रूप की कोई भी संख्या अथवा व्यंजक जहां a और b वास्तविक संख्याएं है और होता है।इस

To find value of definite integrals

1.निश्चित समाकलनों का मान ज्ञात करना (To find value of definite integrals)- निश्चित समाकलनों  का मान ज्ञात करने (To find value of definite integrals) के लिए अनिश्चित समाकलन में प्रयुक्त विधियों का प्रयोग करते हुए हम निश्चित समाकल का मान ज्ञात कर (To find value of definite integrals) सकते हैं।अनिश्चित समाकलन में सामान्यतः निम्न विधियों

Definite Integral as limit of sum

1.योगफल की सीमा के रूप में निश्चित समाकल (Definite Integral as limit of sum)- योगफल की सीमा के रूप में निश्चित समाकल (Definite Integral as limit of sum) को समझने के लिए हमे निश्चिंत समाकल को समझना आवश्यक है।समाकल में निश्चित और अनिश्चित समाकल के पदों का प्रयोग किया जाता है। अंग्रेजी में निश्चित समाकल

Differential Co-efficient of function

1.फलन का अवकल गुणांक (Differential Co-efficient of function)- फलन का अवकल गुणांक (Differential Co-efficient of function) ज्ञात करने का तात्पर्य है कि फलन का प्रथम कोटि अर्थात् प्रथम क्रम का अवकल गुणांक ज्ञात करना। यहां हम विभिन्न प्रकार के फलन अर्थात् अस्पष्ट फलन,लघुगुणकीय फलन,त्रिकोणमितीय फलन तथा प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलनों के फलन का अवकल गुणांक (Differential

Integration by Parts in Mathematics

1.गणित में खण्डश: समाकलन (Integration by Parts in Mathematics)- गणित में खण्डश: समाकलन (Integration by Parts in Mathematics) की थ्योरी का वर्णन पूर्व में खण्डश: समाकलन वाले आर्टिकल में किया जा चुका है। इसलिए इस आर्टिकल को पढ़ने से पूर्व उस आर्टिकल को पढ़ना चाहिए।इस आर्टिकल में गणित में खण्डश: समाकलन (Integration by Parts in

Integration by substitution

1.प्रतिस्थापन द्वारा समाकलन का परिचय (Introduction to Integration by substitution)- (1.)प्रतिस्थापन द्वारा समाकलन (Integration by substitution) में चरों के प्रतिस्थापन द्वारा समाकलन का अध्ययन करेंगे।दिए हुए चर के प्रतिस्थापन द्वारा स्वतन्त्र चर में परिवर्तन करके समाकल्य को मानक रूप में बदलकर समाकलन करना,प्रतिस्थापन द्वारा समाकलन (Integration by substitution) कहलाता है। सामान्यतः प्रतिस्थापन करने का कोई

Derivative of parametric functions

1.फलनों के प्राचलिक रूपों के अवकलज का परिचय (Introduction to Derivative of parametric functions)- फलनों के प्राचलिक रूपों के अवकलज (Derivative of parametric functions) को जानने के लिए यह जानना आवश्यक है कि प्राचल तथा प्राचलिक समीकरण किसे कहते हैं?यदि चरों x तथा y दोनों चर एक-दूसरे से सम्बन्धित न होकर एक तीसरे चर t

Logarithmic differentiation

1.लघुगणकीय अवकलन (Logarithmic differentiation)- लघुगणकीय अवकलन (Logarithmic differentiation) में जब फलन रूप का हो,गुणनखण्ड या भागफल के रूप का हो तब ऐसे फलन का अवकलन ज्ञात करने के लिए सर्वप्रथम फलन के दोनों पक्षों का लघुगणक लेते हैं तथा इससे प्राप्त परिणाम का अवकलन करते हैं। प्राप्त परिणाम का अवकलन अस्पष्ट फलनों का अवकलन करने

Derivative of implicit functions

1.अस्पष्ट फलनों का अवकलज का परिचय (Introduction to Derivative of implicit functions)- अस्पष्ट फलनों का अवकलज (Derivative of implicit functions) ज्ञात करने के लिए अवकलज का श्रृंखला नियम,अवकलज का गुणनफल नियम,अवकलज का भागफल नियम का प्रयोग करते हैं।आपको यह जानकारी रोचक व ज्ञानवर्धक लगे तो अपने मित्रों के साथ इस गणित के आर्टिकल को शेयर

Integration by use of standard formula

1.मानक सूत्रों के प्रयोग द्वारा समाकल का परिचय (Introduction to Integration by use of standard formula)- मानक सूत्रों के प्रयोग द्वारा समाकल (Integration by use of standard formula) ज्ञात करने के साथ-साथ अन्य सूत्रों का परिचय भी करा देते हैं। (1.)समाकल के मानक सूत्र (Standard formula of Integration)- हम बहुत से मानक फलनों के अवकलज