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JEE MAINS Maths Archive

Height and Distance in Trigonometry

1.त्रिकोणमिति में ऊँचाई और दूरी (Height and Distance in Trigonometry)- त्रिकोणमिति में ऊँचाई और दूरी (Height and Distance in Trigonometry) का अध्ययन करने के लिए त्रिकोणमिति सर्वसमिकाओं और कुछ विशेष कोणों के लिए त्रिकोणमितीय अनुपातों का अध्ययन आवश्यक है।इस आर्टिकल में त्रिकोणमितीय परिणामों का प्रयोग कर ऊंचाई एवं दूरी पर आधारित सरल समस्याओं के बारे

Differentiability and Continuity

1.अवकलनीयता और सांतत्य (Differentiability and Continuity)- अवकलनीयता और सांतत्य (Differentiability and Continuity) से पूर्व सीमा का अध्ययन करना आवश्यक है।पूर्व आर्टिकल में हम सीमा का अध्ययन कर चुके हैं।यहां हम सीमा की सहायता से संतत फलनों का अध्ययन करेंगे।(1.)सांतत्य की कोशी परिभाषा (Cauchy’s Definition of Continuity)-कोई फलन f(x) इसके प्रान्त D के किसी बिन्दु a

Integration

1.समाकलन (Integration),समाकलन का अर्थ (Integration Meaning)- समाकलन (Integration),समाकलन का अर्थ (Integration Meaning)-समाकलन (Integration) एक समाकल की गणना है।गणित में इंटीग्रल का उपयोग कई उपयोगी मात्राओं जैसे क्षेत्रों, वॉल्यूम, विस्थापन, आदि को खोजने के लिए किया जाता है।जब हम इंटीग्रल्स के बारे में बात करते हैं, तो यह आमतौर पर निश्चित इंटीग्रल्स से संबंधित होता है।अनिश्चितकालीन

Limit of a Function

1.फलन की सीमा (Limit of a Function),फंक्शन की सीमा की परिभाषा (Limit of a Function Definition)- फलन की सीमा (Limit of a Function) ज्ञात करने की कई विधियां हैं। इनमें मुख्य रूप से प्रतिस्थापन विधि (Substitution Method),व्यंजक सरलीकरण विधि (Expressions Simplification Method),परिमेयकरण या द्विपरिमेयकरण विधि (Rationalization or Birationalization Method),प्रसार विधि (Expressions Method), सरलीकरण विधि (Simplification

Some Special Integration by Parts

1.कुछ विशिष्ट खण्डश: समाकलन (Some Special Integration by Parts)- कुछ विशिष्ट खण्डश: समाकलन (Some Special Integration by Parts) में उन फलनों के समाकल का अध्ययन करेंगे जिनमें कई बार दो फलनों के गुणनफल का खण्डश: समाकलन विधि से समाकलन करते समय समाकल का अन्त नहीं होता,चाहे किसी भी फलन को प्रथम या द्वितीय चुनें। ऐसा

Binomial Theorem

1.द्विपद प्रमेय (Binomial Theorem,Binomial Theorem of Class 11th)- (1.)द्विपद प्रमेय (Binomial Theorem)-किसी द्विपद के प्रसार करने की विधि को बताने वाले प्रमेय को कहते हैं।(2.)द्विपद (Binomial)-दो पद वाला कोई भी बीजीय व्यंजक,द्विपद व्यंजक अथवा केवल द्विपद कहलाता है। दोनों परस्पर धन अथवा ऋण चिन्ह द्वारा जुड़े रहते हैं।(3.)द्विपद प्रमेय (Binomial Theorem),द्विपद प्रमेय परिभाषा (Binomial Theorem

Coefficient in binomial expansion

1.द्विपद विस्तार में गुणांक (Coefficient in binomial expansion)- द्विपद विस्तार में गुणांक (Coefficient in binomial expansion) से तात्पर्य है किसी विशिष्ट घात का गुणांक ज्ञात करना।द्विपद प्रसार में विशिष्ट घात का गुणांक ज्ञात करने के लिए व्यापक पद के सूत्र का प्रयोग किया जाता है।व्यापक पद के सूत्र द्वारा विशिष्ट घात के पद को ज्ञात

Derivatives of inverse trigonometrical functions

1.प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलनों के अवकलज (Derivatives of inverse trigonometrical functions)- प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलनों के अवकलज (Derivatives of inverse trigonometrical functions) के बारे में इस आर्टिकल में बताया गया है।प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन संतत होते हैं।इस प्रकार के अवकलजों को ज्ञात करने के लिए अवकलन का श्रृंखला नियम का प्रयोग करेंगे।अवकलज के श्रृंखला नियम का उल्लेख हम

Polar form of complex number class 11

1.सम्मिश्र संख्याओं का ध्रुवीय रूप (Polar form of complex number class 11,Polar form of complex numbers)- सम्मिश्र संख्याओं का ध्रुवीय रूप (Polar form of complex number class 11,Polar form of complex numbers) में निरूपण करना सीखेंगे।एक सम्मिश्र संख्या z को बिन्दु रूप में जिस समतल में निरूपित किया जाता है उस समतल में स्थित प्रत्येक

Properties of Definite Integrals

1.निश्चित समाकलों के गुणधर्म (Properties of Definite Integrals)- निश्चित समाकलों के गुणधर्म (Properties of Definite Integrals) द्वारा फलनों का मान ज्ञात करना सीखेंगे। निश्चित समाकल का मान निश्चित होने के कारण समाकलन करने के बाद अचर c इसमें नहीं आएगा।इससे पूर्व आर्टिकल में हमने निश्चित समाकल का मान ज्ञात करने के लिए उस फलन का