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Education Archive

A Life Superior to Divine Thoughts

1.दिव्य विचारों से उत्कृष्ट जीवन (A Life Superior to Divine Thoughts),दिव्य विचारों से उत्कृष्ट जीवन कैसे हो? (How Can Life Be Superior to Divine Thoughts?): दिव्य विचारों से उत्कृष्ट जीवन (A Life Superior to Divine Thoughts) जिया और निकृष्ट विचारों से निकृष्ट जीवन जिया जा सकता है।यह हमारे ऊपर है कि हम मन में कैसे

Need for Virtues More Than Resources

1.साधनों से भी अधिक सदगुणों की आवश्यकता (Need for Virtues More Than Resources),साधनों से ज्यादा सदगुणों का महत्त्व कैसे है (How Are Virtues More Important Than Resources?): साधनों से भी अधिक सदगुणों की आवश्यकता (Need for Virtues More Than Resources) है क्योंकि सद्गुणों के आधार पर साधन प्राप्त किए जा सकते हैं परंतु साधनों से

Basis of Progress is Cooperation

1.प्रगति का आधार सहयोग (Basis of Progress is Cooperation),प्रगति का आधार सहयोग और सहायता (Basis of Progress is Cooperation and Assistance): प्रगति का आधार सहयोग (Basis of Progress is Cooperation) और सहायता करना भी है।छात्र-छात्राएं किसी विषय की समस्या को हल नहीं कर पाते हैं या गणित के सवालों में कठिनाई महसूस हो रही हो,कोई

Teacher Made Disciple Victim of Lust

1.गुरु ने शिष्या को हवस का शिकार बनाया (Teacher Made Disciple Victim of Lust),गुरु ने शिष्या को भी नहीं बख्शा (The Teacher Did Not Spare Even Disciple): गुरु ने शिष्या को हवस का शिकार बनाया (Teacher Made Disciple Victim of Lust),ऐसी घटनाएं आए दिन सुनने को मिलती है।इसके लिए एक बानगी प्रस्तुत करना ही पर्याप्त

How to Protect Children from Dangers?

1.बच्चों को खतरों से कैसे बचाएं? (How to Protect Children from Dangers?),युवावर्ग खतरों से कैसे बचें? (How Do Young People Avoid Dangers?): बच्चों को खतरों से कैसे बचाएं? (How to Protect Children from Dangers?) यहां खतरों से तात्पर्य है की बुरी संगत,मादक पदार्थों,अपराध जगत की ओर जाने से बच्चों को कैसे रोका जाए? बच्चों की

5 Tips to Overcome Faults and Vices

1.अपने दोष-दुर्गुणों को दूर करने की 5 टिप्स (5 Tips to Overcome Faults and Vices),अपने दोष-दुर्गुणों को कैसे दूर करें? (How to Overcome Your Faults and Vices?): अपने दोष-दुर्गुणों को दूर करने की 5 टिप्स (5 Tips to Overcome Faults and Vices) के आधार पर दोष-दुर्गुणों को दूर करना संभव है।प्रायः लोगों को यह शिकायत

5 Tips for Youth to Control Emotions

1.युवाओं के लिए भावनाओं पर नियंत्रण रखने की 5 टिप्स (5 Tips for Youth to Control Emotions),भावनाओं पर नियन्त्रण कैसे रखें? (How to Control Emotions?): युवाओं के लिए भावनाओं पर नियंत्रण रखने की 5 टिप्स (5 Tips for Youth to Control Emotions) के आधार पर वे भावनाओं पर नियंत्रण रख सकेंगे।अक्सर छात्र-छात्राएं असफल होने पर

Do Not Think Bad of Anyone

1.किसी का बुरा न सोचें (Do Not Think Bad of Anyone),युवावर्ग किसी का बुरा क्यों न सोचें? (Why Don’t Young People Think Badly of Someone?): किसी का बुरा न सोचें (Do Not Think Bad of Anyone) क्योंकि किसी का बुरा सोचने तथा चिंतन करने से दूसरों को तो कोई फर्क नहीं पड़ता है परंतु हमारा

Avoid Doing Obscene Acts

1.अश्लील हरकते करने से बचें (Avoid Doing Obscene Acts),छात्र-छात्राएँ अश्लील हरकते करने से बचें (Students Should Avoid Indulging in Obscene Acts): अश्लील हरकते करने से बचें (Avoid Doing Obscene Acts) क्योंकि इससे व्यक्ति का न केवल नैतिक पतन होता है बल्कि अपने जॉब अथवा अध्ययन कार्य को भी पूर्ण एकाग्रता से संपन्न नहीं किया जा

How to Improve Tendency to See Faults?

1.दोष देखने की प्रवृत्ति में सुधार कैसे करें? (How to Improve Tendency to See Faults?),दोष-दर्शन के दुष्प्रभाव क्या-क्या हैं? (What are Side Effects of Fault Finding?): दोष देखने की प्रवृत्ति में सुधार कैसे करें? (How to Improve Tendency to See Faults?) क्योंकि जिन व्यक्तियों में त्रुटियां दृष्टिगोचर होती है,धीरे-धीरे उनके खिलाफ आप एक अंधविश्वास मन