Menu

11th Mathematics Archive

Permutations and Combinations

1.क्रमचय और संचय (Permutations and Combinations),संचय (Combinations): क्रमचय और संचय (Permutations and Combinations):संचय में जितनी वस्तुएं लेनी होती है,दी हुई वस्तुओं में से उतनी वस्तुओं को लेकर समूह बनाए जाते हैं जबकि क्रमचय में प्रत्येक समूह की वस्तुओं के संभव विन्यास भी बनाए जाते हैं।क्रमचय में क्रम का ध्यान रखना बहुत जरूरी है लेकिन संचय

Permutation and Combination

1.क्रमचय और संचय (Permutation and Combination),क्रमचय (Permutations): क्रमचय और संचय (Permutation and Combination):क्रमचय (Permutation):दी हुई वस्तुओं में से कुछ अथवा सभी को एक साथ लेकर उन्हें जितने भिन्न-भिन्न क्रमों या विन्यासों (arrangements) में रखा जा सकता है,उनमें से प्रत्येक को क्रमचय कहते हैं।गुणन का आधारभूत सिद्धांत (Fundamental Principle of Multiplication): माना की कोई घटना A,m

Complex Numbers

1.सम्मिश्र संख्याएं (Complex Numbers), सम्मिश्र संख्याओं का कोणांक (Complex Numbers Argument): सम्मिश्र संख्याएं (Complex Numbers):जैन गणितज्ञ महावीराचार्य ने 850 ई. में यह संकेत दिया कि ऋणात्मक संख्याओं के वर्गमूल नहीं होते।1637 ई. में रेने डिकार्टिज ने संख्याओं को वास्तविक व काल्पनिक नाम दिए।आयलर ने 1748 ई. में काल्पनिक संख्याओं के लिए i का प्रयोग किया।गाॅउस

Equation of Straight Line

1.सरल रेखा का समीकरण (Equation of Straight Line),दो बिन्दुओं से गुजरने वाली रेखा का समीकरण (Equation of Straight Line Passing Through Two Points): सरल रेखा का समीकरण (Equation of Straight Line):एक सरल रेखा का झुकाव रूप समीकरण y = mx + c है, जहाँ m ढाल है और y = c वह मान है जहाँ

Quadratic Equation

1.द्विघात समीकरण (Quadratic Equation),द्विघात समीकरण करना (Quadratic Equations to Solve): द्विघात समीकरण (Quadratic Equation) का हल गुणनखण्ड विधि,पूर्णवर्ग विधि तथा श्रीधराचार्य द्वारा दी गई व्यापक विधि से हल ज्ञात किया जाता है।इस आर्टिकल में विविक्तिकर के अपरिमेय संख्याएं अर्थात् सम्मिश्र संख्या होने की स्थिति में हल ज्ञात करने के बारे में बताया गया है।यहां हम

Equation of Line Passing Through Point

1.दिए हुए बिन्दु से गुजरने वाली रेखा की समीकरण (Equation of Line Passing Through Point),दिए हुए बिन्दु से गुजरने वाली एवं दी हुई सरल रेखा से निर्धारित कोण बनाने वाली रेखा का समीकरण (Equation of line passing through given point and making certain angle with given line)- इस आर्टिकल में दिए हुए बिन्दु से गुजरने

Line Passing Through Two Points Equation

1.दो बिंदुओं से गुजरने वाली रेखा की समीकरण (Line Passing Through Two Points Equation),एक बिन्दु से गुजरने वाली रेखा का समीकरण (Straight Line Passing Through One Point Equation)- दो बिंदुओं से गुजरने वाली रेखा की समीकरण (Line Passing Through Two Points Equation) ज्ञात करने से पूर्व सरल रेखा के व्यापक समीकरण का मानक रूपों में

Equation of Straight Lines

1.सरल रेखा का समीकरण (Equation of Straight Lines)- सरल रेखा का समीकरण (Equation of Straight Lines) में (1.) सरल रेखा (Straight Line)-सरल रेखा एक चर बिंदु का बिंदुपथ है जिस पर किन्हीं दो बिंदुओं को सीधे मिलाने पर बिंदुपथ के अन्य सभी बिंदु भी इस पर स्थित हो।(2.)सरल रेखा का समीकरण (Equation of Straight Lines)-एक

Sum of First n Natural Numbers

1.प्रथम n प्राकृत संख्याओं का योगफल (Sum of First n Natural Numbers)- प्रथम n प्राकृत संख्याओं का योगफल (Sum of First n Natural Numbers),प्रथम n प्राकृत संख्याओं के वर्गों का योगफल,प्रथम n प्राकृत संख्याओं के घनों का योगफल के सूत्रों की स्थापना तथा कुछ उदाहरणों के द्वारा योगफल ज्ञात करेंगे।(1.)प्रथम n प्राकृत संख्याओं का योगफल

Sum of Series by Difference Method

1.अन्तर विधि से श्रेणी का योगफल (Sum of Series by Difference Method)- अन्तर विधि से श्रेणी का योगफल (Sum of Series by Difference Method) गुणोत्तर श्रेढ़ी के पद युग्मों के अंतर वाली श्रेणी में प्रयोग किया जाता है अर्थात् यदि किसी श्रेणी में क्रमागत युग्मों का अंतर गुणोत्तर श्रेढ़ी में हो ऐसी श्रेणी का योगफल