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Mathematician Vijay Kumar Patodi

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1.गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी (Mathematician Vijay Kumar Patodi),विजय कुमार पटौदी (Vijay Kumar Patodi):

  • गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी (Mathematician Vijay Kumar Patodi) भारतीय गणितज्ञ थे। उन्होंने डिफरेंशियल ज्योमेट्री और टोपोलॉजी में मौलिक योगदान दिया।वे पहले गणितज्ञ थे जिन्होंने गणित में परवलयिक ऑपरेटर्स के लिए सूचकांक प्रमाण के लिए ऊष्मीय समीकरण विधियों (heat equation methods to the proof of the index theorem for elliptic operators) को लागू किया गया था।वह टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च मुंबई (मुंबई) में प्रोफेसर थे।
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2.विजय कुमार पटौदी की संक्षिप्त जीवनी (Brief Biography of Vijay Kumar Patodi):

  • विजय कुमार पटौदी का जन्म 12 मार्च 1945 को गुना ब्रिटिश भारत (अब मध्य प्रदेश,भारत) में तथा मृत्यु 21 दिसंबर 1976 (उम्र 31) मुंबई महाराष्ट्र में हुई थी।मातृ संस्था बनारस हिंदू विश्वविद्यालय,बाॅम्बे विश्वविद्यालय,इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी थी। उन्हें यंग साइंटिस्ट अवार्ड मिला था।उनके वैज्ञानिक करियर डाॅक्टरेट सलाहकार एम एस नरसिम्हा (M. S. Narasimhan),एस रामनन (S Ramanan) थे।

3.विजय कुमार विजय कुमार पटौदी की शिक्षा (Education of Vijay Kumar Patodi):

  • पटौदी गवर्नमेंट हाई स्कूल गुना मध्य प्रदेश से स्नातक थे।उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Benaras Hindu University) में अपनी मास्टर डिग्री तथा पीएचडी टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च में एम एस नरसिम्हन और एस रामनन के मार्गदर्शन में बम्बई विश्वविद्यालय से प्राप्त की।
  • उनके पीएचडी पर आधारित दो पत्रों में थीसिस “कर्वचर एण्ड आइजेन फॉर्म्स ऑफ़ द लैप्लेस ऑपरेटर (जनरल ऑफ डिफरेंशियल ज्योमेट्री) (Curvature and Eigenforms of Differential Geometry (Journal of Differential Geometry)) और एन एनालिटिकल प्रूफ ऑफ द रीमैन-रोच-हिजरेब्रुक फाॅर्मूला फॉर काहलर मैनीफोल्ड्स (डिफरेंशियल ज्योमेट्री का जनरल) (An Analytical Proof of the Riemann-Roch-Hirzebruch Formula for Kaehler Manifolds (Journal of Differential Geometry)” पर अपनी मौलिक सफलताएं हासिल की (Breakthroughs)।

4.विजय कुमार पटौदी द्वारा अनुसंधान कार्य (Research work by Vijay Kumar Patodi):

  • उन्हें प्रिंसटन न्यू जर्सी में उन्नत अध्ययन संस्थान (Institute of Advanced Study Princeton, New Jersey) में 1971-1973 बिताने के लिए आमंत्रित किया गया था जहाँ उन्होंने माइकल अतियाह (Michael Atiyah),इसाडोर सिंगर (Isadore Singer) तथा राउल बाॅट (Raoul Bott) के साथ सहयोग किया।संयुक्त रूप से कार्य ने अतियाह और सिंगर के साथ “स्पेक्ट्रल एसिमेट्री एण्ड रीमैनियन ज्योमेट्री (Spectral Asymmetry and Riemannian Geometry (Math. Proc. Cambridge Phil. Soc.)” पत्रों की एक श्रंखला का नेतृत्व किया जिसमें \eta-इनवेरिएंट (\eta-invariant) को परिभाषित किया गया था।इस n-इनवेरिएंट को 1980 के दशक में इस क्षेत्र में बाद की प्रगति में एक प्रमुख भूमिका निभानी थी।
  • पटौदी को 30 साल की उम्र में टाटा इंस्टिट्यूट में पूर्व प्रोफेसर के रूप में पदोन्नत किया गया था हालांकि किडनी प्रत्यारोपण के लिए सर्जरी से पहले जटिलताओं के परिणाम स्वरूप 31 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।
    उपर्युक्त आर्टिकल में गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी (Mathematician Vijay Kumar Patodi),विजय कुमार पटौदी (Vijay Kumar Patodi) के बारे में बताया गया है।

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5.गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी का सारांश (Conclusion of Mathematician Vijay Kumar Patodi):

  • गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी  एक बहुत ही प्रतिभाशाली गणितज्ञ थे।कम उम्र में ही उन्होंने गणित में योगदान दिया। परन्तु बीमारी के कारण भारत को एक महान् गणितज्ञ की सेवाओं से वंचित होना पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई।वर्ना गणित में उनके योगदान के देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि यदि उनकी असामयिक मृत्यु नहीं हुई होती तो गणित में ओर अनेक नई खोजों और कार्यो से गणित के क्षेत्र में योगदान प्राप्त हुआ होता।

6.हाॅटेस्ट गणितज्ञा (हास्य-व्यंग्य) (Hottest Mathematics Teacher) (Humour-Satire):

  • एक व्यक्ति (महिला गणितज्ञा से):आपकी आंखों में जादू है।आपकी नीली-नीली आंखें मोहित करती है जैसे आप 20 साल की है।
  • महिला गणितज्ञा:अच्छा यह बात है।
  • व्यक्ति:आप की हेयर स्टाइल और चाल-ढाल को देखकर लगता है जैसे आप 18 साल की है।
  • महिला गणितज्ञा:क्या वाकई में मेरा ऐसा फीगर है। व्यक्ति:आपकी कमसिन देह,सुंदर रूप रंग और लावण्य तथा भूरे-भूरे घुंघराले बालों तथा आपके बातचीत में सेक्सी अपील से ऐसा लगता है कि आप वाकई में विश्व की सबसे हॉटेस्ट महिला गणितज्ञा हो।
  • महिला गणितज्ञ:ओह नो,सच बताइए मैं कितने साल की लगती हूं।
  • व्यक्ति:इन सभी (20+18+15=53) को जोड़ लीजिए।

7.गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी (Mathematician Vijay Kumar Patodi),विजय कुमार पटौदी (Vijay Kumar Patodi) से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नः

प्रश्न:1.गणितज्ञ क्या करते हैं? (What do mathematicians do?):

उत्तर:गणितज्ञ नए गणितीय सिद्धांतों को विकसित करने,मौजूदा सिद्धांतों (existing principles) के बीच संबंधों को समझने और वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए उच्च-स्तरीय गणित और प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हैं।गणितज्ञ आमतौर पर निम्नलिखित करते हैं: नए सिद्धांतों को विकसित करके गणितीय ज्ञान का विस्तार करें।

प्रश्न:2.गणितज्ञों को किस कौशल की आवश्यकता है? (What skills do mathematicians need?),गणित का अध्ययन करने से क्या कौशल विकसित होता है? (What skills does studying mathematics develop?):

उत्तर:आलोचनात्मक सोच (critical thinking)
समस्या को सुलझाना (problem solving)
विश्लेषणात्मक सोच (analytical thinking)
मात्रात्मक तर्क (quantitative reasoning)
सटीक और जटिल विचारों में हेरफेर करने की क्षमता (ability to manipulate precise and intricate ideas)
तार्किक तर्कों का निर्माण करें और अतार्किक तर्कों को उजागर करें (construct logical arguments and expose illogical arguments)
संचार (communication)
समय प्रबंधन (time management)।

प्रश्न:3.गणितज्ञ कैसे अध्ययन करते हैं? (How do mathematicians study?):

उत्तर:आमतौर पर, विशेषज्ञ गणितीय गतिविधि का अध्ययन विशेषज्ञों के अपने स्वयं के गणितीय प्रथाओं (mathematical practices),अनुभवों (experiences) और खोजों (discoveries) या अत्यधिक प्रदर्शन करने वाले उन्नत छात्रों और विशेषज्ञों की टिप्पणियों के विवरण पर आधारित होता है क्योंकि वे गणित के साथ काम करते हैं जिसे उन्होंने पहले से ही गहराई से माना है (observations of highly performing advanced students and experts as they work with mathematics that they have already considered in depth)।

  • उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी (Mathematician Vijay Kumar Patodi),विजय कुमार पटौदी (Vijay Kumar Patodi) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Mathematician Vijay Kumar Patodi

गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी
(Mathematician Vijay Kumar Patodi)

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गणितज्ञ विजय कुमार पटौदी (Mathematician Vijay Kumar Patodi)
भारतीय गणितज्ञ थे। उन्होंने डिफरेंशियल ज्योमेट्री और टोपोलॉजी में मौलिक योगदान दिया।
वे पहले गणितज्ञ थे जिन्होंने गणित में परवलयिक ऑपरेटर्स

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