Karl Pearson’s Coefficient of Skewness
1.विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness),विषमता का कार्ल पियर्सन माप (Karl Pearson Measure of Skewness):
विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness) समंक श्रेणी के माध्यों की स्थिति पर निर्भर करता है।एक विषम आवृत्ति वितरण में समान्तर माध्य, मध्यका तथा बहुलक के मूल्य समान नहीं होते हैं।इन माध्यों के मध्य अन्तर जितना अधिक होगा, वितरण उतना ही विषम होगा।यह माप धनात्मक या ऋणात्मक हो सकता है।
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2.विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक के साधित उदाहरण (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness Solved Examples):
Example:1.निम्नलिखित से कार्ल पियर्सन के विषमता गुणांक की गणना कीजिए:
(Calculate Karl Pearson’s coefficient of Skewness from the given below):
Life(hrs) | No. of tubes |
300-400 | 14 |
400-500 | 46 |
500-600 | 58 |
600-700 | 76 |
700-800 | 68 |
800-900 | 50 |
900-1000 | 28 |
1000-1100 | 8 |
1100-1200 | 2 |
Solution:Calculation Table of Karl Pearson’s Coefficient of Skewness (A=750,i=100)
Life(Hours) | Mid-values | No. of | Step deviation | fd^{2} x' | ||
(X) | tubes | dx’ | fdx’ | cf | ||
300-400 | 350 | 14 | -4 | -56 | 224 | 14 |
400-500 | 450 | 46 | -3 | -138 | 414 | 60 |
500-600 | 550 | 58 | -2 | -116 | 232 | 118 |
600-700 | 650 | 76 | -1 | -76 | 76 | 194 |
700-800 | 750 | 68 | 0 | 0 | 0 | 262 |
800-900 | 850 | 50 | 1 | 50 | 50 | 312 |
900-1000 | 950 | 28 | 2 | 56 | 112 | 340 |
1000-1100 | 1050 | 8 | 3 | 24 | 72 | 348 |
1100-1200 | 1150 | 2 | 4 | 8 | 32 | 350 |
Total | 350 | -248 | 1212 |
m= value of \frac{N}{2} th item
=value of \frac{350}{2} th item
=175 th item
अतः मध्यका वर्ग 600-700
M=l+\frac{i}{f} (m-c) \\ =600+\frac{100}{76}(175-118) \\ M=600+\frac{100}{76} \times 57 \\ =600+\frac{5700}{76} \\ =600+75\\=675 \\ \overline{X}=A+\frac{\Sigma fdx^{\prime}}{N} \times i \\ =750+\frac{(-240)}{350} \times 100\\ =750-\frac{2400}{35}\\ =750-70.857 \\=679.143 \\ \sigma =\frac{i}{N} \sqrt{\Sigma f d^2 x^{\prime} N-\left(fdx^{\prime}\right)^2} \\ =\frac{100}{350} \sqrt{1212 \times 350-(-248)^2} \\ =\frac{2}{7} \sqrt{424200-61504} \\ =\frac{2}{7} \sqrt{362696} \\ =\frac{2}{7} \times 602.2424 \\ \sigma =\frac{1204.4848}{7} \\ =172.069 \\ \sigma \approx 172.07 \\ J =\frac{3(\bar{X}-M)}{\sigma} \\ =\frac{3(679.14-675)}{172.07} \\ =\frac{3 \times 4.14}{172.07} \\ =0.072 \\ J \approx 0.07
Example:2.कार्ल पियर्सन का विषमता गुणक (बहुलक पर आधारित) की गणना कीजिए:
(Calculate Karl Pearson’s coefficient of Skewness based on mode):
Tem. (°C) | No. of Days |
-40 to -30 | 5 |
-30 to -20 | 28 |
-20 to -10 | 30 |
-10 to 0 | 42 |
0 to 10 | 65 |
10 to 20 | 180 |
20 to 30 | 10 |
Total | 365 |
Solution:Calculation Table of Karl Pearson’s Coefficient of Skewness(A=-5,i=10)
Temp.(°C) | Mid values | No. of | Step Deviation | fd^{2} x' | |
(X) | Days(f) | dx’ | fdx’ | ||
-40 to -30 | -35 | 10 | -3 | -30 | 90 |
-30 to -20 | -25 | 28 | -2 | -56 | 112 |
-20 to -10 | -15 | 30 | -1 | -30 | 30 |
-10 to 0 | -5 | 42 | 0 | 0 | 0 |
0 to 10 | 5 | 65 | 1 | 65 | 65 |
10 to 20 | 15 | 180 | 2 | 360 | 720 |
20 to 30 | 25 | 10 | 3 | 30 | 90 |
Total | 365 | 339 | 1107 |
बहुलक वर्ग 10-20
f_0=65, f_1=180, f_2=10, i=10 \\ \Delta_1=f_1-f_0=180-65=115 \\ \Delta_2=f_1-f_2=180-10=170 \\ Z=l+\frac{\Delta_1}{\Delta_1+\Delta_2} \times i \\ =10+\frac{115}{115+170} \times 10 \\ =10+\frac{1150}{285} \\ =10+4.035 \\ =14.035 \\ Z \approx 14.04 \\ \sigma =\frac{i}{N} \sqrt{\Sigma f d^2x^{\prime} \cdot N-(f d x^{\prime})^2} \\ =\frac{10}{365} \sqrt{1107 \times 365-(339)^2} \\ =\frac{2}{73} \sqrt{404055-114921} \\ =\frac{2}{73} \times \sqrt{289134} \\ =\frac{2}{73} \times 537.7118 \\ =\frac{1075.4236}{73} \\ =14.7318 \\ \sigma \approx 14.73 \\ J =\frac{\overline{X}-Z}{\sigma} \\ \sigma =\frac{4.29-14.04}{14.73} \\ =\frac{-9.75}{14.73} \\ =-0.6619 \\ J \approx-0.66
Example:3.निम्न सारणी की रचना एक परीक्षा के आधार पर की गई थी:
(The following table was formed by an examination):
Marks | Students |
0-5 | 5 |
5-10 | 9 |
10-15 | 13 |
15-20 | 21 |
20-25 | 29 |
25-30 | 22 |
30-35 | 12 |
35-40 | 6 |
40-45 | 3 |
विस्तृत जाँच करने पर ज्ञात हुआ कि 14वें विद्यार्थी ने 11 अंक प्राप्त किए,48वें विद्यार्थी ने 22,77वें विद्यार्थी ने 26 तथा 111वें विद्यार्थी ने 38 अंक प्राप्त किए।इस सारणी का संशोधन कर कार्ल पियर्सन का विषमता गुणांक ज्ञात कीजिए।
(On having detailed investigation it was found that 14th student secured 11 marks,48th student 22,77th student 26 and 111th student secured 38 marks.Correct this table and then calculate Karl Pearson’s coefficient of skewness.)
Solution:Calculation Table of Karl Pearson’s Coefficient of Skewness (A=22.5,i=5)
Marks | Mid Values | Students | step Deviation | fd^{2} x' | |
(X) | (f) | dx’ | fdx’ | ||
0-5 | 2.5 | 5 | -4 | -20 | 30 |
5-10 | 7.5 | 8 | -3 | -24 | 72 |
10-15 | 12.5 | 14 | -2 | -28 | 56 |
15-20 | 17.5 | 20 | -1 | -20 | 20 |
20-25 | 22.5 | 29 | 0 | 0 | 0 |
25-30 | 27.5 | 23 | 1 | 23 | 23 |
30-35 | 32.5 | 11 | 2 | 22 | 44 |
35-40 | 37.5 | 7 | 3 | 21 | 63 |
40-45 | 42.5 | 3 | 4 | 12 | 48 |
Total | 120 | -14 | 406 |
बहुलक वर्ग 20-25
f_0 =20, f_1=29, f_2=23, i=5 \\ \Delta_1 =f_1-f_0=29-20=9 \\ \Delta_2 =f_1-f_2=29-23=6 \\ Z=l+\frac{\Delta_1}{\Delta_1+\Delta_2} \times i \\ =20+\frac{9}{9+6} \times 5 \\ =20+\frac{45}{15} \\ =20+3 \\ \Rightarrow Z=23 \\ \sigma =\frac{i}{N} \sqrt{\Sigma f d^2 x^{\prime} N-(f dx^{\prime})^2} \\ =\frac{5}{120} \sqrt{406 \times 120-(-14)^2} \\ =\frac{1}{24} \sqrt{48720-196} \\ =\frac{1}{24} \sqrt{48524} \\ =\frac{1}{24} \times 220.2816 \\ =9.1784 \\ \sigma \approx 9.18 \\ J=\frac{\overline{X}-Z}{\sigma} \\ J=\frac{21.92-23}{9.18}=\frac{-1.07}{9.18}\\ J \approx -0.11Example:4.निम्न 100 प्रतिदर्श पर आधारित सूचनाओं से पियर्सन के विषमता गुणक का परिकलन कीजिए:
(From the information given below relating to 100 samples calculate Pearson’s coefficient of Skewness):
Class interval | Frequency |
160-164 | 10 |
155-159 | 24 |
150-154 | 38 |
145-149 | 56 |
140-144 | 42 |
135-139 | 24 |
130-134 | 06 |
Total | 200 |
Solution:Calculation Table of Karl Pearson’s Coefficient of Skewness(A=147,i=5)
Class | Mid Value | Frequency | step Deviation | fd^{2} x' | |
interval | (X) | (f) | dx’ | fdx’ | |
159.5-164.5 | 162 | 10 | 3 | 30 | 90 |
154.5-159.5 | 157 | 24 | 2 | 48 | 96 |
150.5-154.5 | 152 | 38 | 1 | 38 | 38 |
144.5-150.5 | 147 | 56 | 0 | 0 | 0 |
139.5-144.5 | 142 | 42 | -1 | -42 | 42 |
135.5-139.5 | 137 | 24 | -2 | -48 | 96 |
130.5-134.5 | 132 | 06 | -3 | -18 | 54 |
Total | 200 | 8 | 416 |
बहुलक वर्ग 144.5-149.5 है।
f_0=38, f_1=56, f_2=42, i=5 \\ \Delta_1=f_1-f_0=56-38=18 \\ \Delta_2=f_1-f_2=56-42=14 \\ Z=l_2-\frac{\Delta_1}{\Delta_1+\Delta_2} \times i \\ =149.5-\frac{18}{18+14} \times 5 \\ =149.5-\frac{90}{32} \\ =149.5-2.8125 \\ =146.6875 \\ Z \approx 146.69 \\ \sigma =\frac{i}{N} \sqrt{\Sigma f d^2 x^{\prime} \cdot N-\left(fdx^{\prime}\right)^2} \\ =\frac{5}{200} \sqrt{416 \times 200-(8)^2} \\ =\frac{1}{40} \sqrt{83200-64} \\ =\frac{1}{40} \sqrt{83136} \\ =\frac{1}{40} \times 288.3331 \\ =7.2083 \\ \sigma \approx 7.21 \\ J =\frac{\overline{X}-Z}{\sigma} \\ =\frac{147.2-146.69}{7.21} \\ =\frac{0.51}{7.21} \\ =0.0707 \\ J \approx 0.071
Example:5.निम्नलिखित सारणी में प्रस्तुत समंकों से कार्ल पियर्सन का विषमता गुणांक ज्ञात कीजिए जो बहुलक पर आधारित हो:
(Calculate Karl Pearson’s coefficient of Skewness from the data given in the following table based on mode):
Weight(lbs) | No. of persons |
70-80 | 16 |
80-90 | 20 |
90-100 | 30 |
100-110 | 50 |
110-120 | 60 |
120-130 | 80 |
130-140 | 10 |
140-150 | 8 |
Solution:Solution:Calculation Table of Karl Pearson’s Coefficient of Skewness(A=115,i=10)
Weight | Mid Value | No. of | step Deviation | fd^{2} x' | |
(lbs) | (X) | persons(f) | dx’ | fdx’ | |
70-80 | 75 | 16 | -4 | -64 | 256 |
80-90 | 85 | 20 | -3 | -60 | 180 |
90-100 | 95 | 30 | -2 | -60 | 120 |
100-110 | 105 | 50 | -1 | -50 | 50 |
110-120 | 115 | 60 | 0 | 0 | 0 |
120-130 | 125 | 80 | 1 | 80 | 80 |
130-140 | 135 | 10 | 2 | 20 | 40 |
140-150 | 145 | 8 | 3 | 24 | 72 |
Total | -110 | 798 |
बहुलक वर्ग 110-120 है।
f_0 =50, f_1=60, f_2=80 ,i=10 \\ \Delta_1 =f_1-f_0=60-50=10 \\ \Delta_2 =f_1-f_2=60-80=-20 \\ Z=l+\frac{\Delta_1}{\Delta_1+\Delta_2} \times i \\ =110+\frac{10}{10+20} \times 10 \\ =110+\frac{100}{30} \\ Z=110+3.333 \\ =113.337 \\ Z \approx 113.3 \\ \sigma =\frac{i}{N} \sqrt{\Sigma f d^2 x^{\prime} \cdot N-(f dx^{\prime})^{2}} \\ =\frac{10}{274} \sqrt{798 \times 274-(-110)^2} \\ =\frac{10}{274} \sqrt{218652-12100} \\ =\frac{10}{274} \times \sqrt{206552} \\ =\frac{10}{274} \times 454.4799 \\ =\frac{4544.799}{274}=16.5868\\ \sigma \approx 16.6 \\ J=\frac{\overline{X}-Z}{\sigma}\\ =\frac{110.98-113.3}{16.6}\\ =\frac{-2 \cdot 32}{16.6}\\ =-0.1397\\ J \approx-0.14
उपर्युक्त उदाहरणों के द्वारा विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness),विषमता का कार्ल पियर्सन माप (Karl Pearson Measure of Skewness) को समझ सकते हैं।
3.विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक पर आधारित सवाल (Questions Based on Karl Pearson’s Coefficient of Skewness):
(1.)निम्न समंकों से विचरण गुणांक और विषमता गुणांक ज्ञात कीजिए।
(From the following data calculate the coefficient of variation and coecficient of Skewness):
year | Price index of wheat |
1910 | 83 |
1911 | 87 |
1912 | 93 |
1913 | 109 |
1914 | 124 |
1915 | 726 |
1916 | 130 |
1917 | 118 |
1918 | 106 |
1919 | 104 |
(2.)निम्नांकित आंकड़ों से कार्ल पियर्सन का विषमता गुणांक ज्ञात कीजिए:
से अधिक अंक | विद्यार्थियों की संख्या |
0 | 120 |
10 | 140 |
20 | 100 |
30 | 80 |
40 | 80 |
50 | 70 |
60 | 30 |
70 | 14 |
80 | 0 |
उत्तर (Answers):(1.)C.V.=14.6%,J=\frac{3(\overline{X}-M)}{\sigma}=0.095 (2.)\overline{X}=39.3 ,M=45, \sigma=22.8,J=-0.75
उपर्युक्त सवालों को हल करने पर विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness),विषमता का कार्ल पियर्सन माप (Karl Pearson Measure of Skewness) को ठीक से समझ सकते हैं।
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4.विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness),विषमता का कार्ल पियर्सन माप (Karl Pearson Measure of Skewness) से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न:1.विषमता में सममित व सामान्य आवृत्ति वितरण के बारे में बताएं। (Explain the Symmetrical or Normal Distribution in Skewness):
उत्तर:इस प्रकार के वितरण में आवृत्तियाँ एक निश्चित क्रम से बढ़ती हैं फिर एक निश्चित बिन्दु पर अधिकतम होने के पश्चात उसी क्रम से घटती हैं।यदि आवृत्ति वितरण का वक्र तैयार किया जाये तो वह सदैव घण्टी के आकार वाला (Bell-shaped) होता है जो इसकी सामान्य स्थिति को प्रदर्शित करता है।ऐसे वितरण में समान्तर माध्य,मध्यका व बहुलक के मूल्य समान होते हैं तथा मध्यका से दोनों चतुर्थकों के मूल्यों में अन्तर बराबर होता है।इस प्रकार के वितरण में विषमता नहीं होती है।ऐसे वितरण के अन्य नाम सामान्य वितरण (Normal Distribution),सामान्य वक्र (Normal Curve) या सामान्य विभ्रम वक्र (Normal curve of Error) भी है।
प्रश्न:2.विषमता में असममित अथवा विषम आवृत्ति वितरण के बारे में बताएं। (Tell us About the Asymmetrical Distribution or odd Frequency Distribution in Skewness):
उत्तर:असममित वितरण में आवृत्तियों के बढ़ने और घटने के क्रम में अन्तर पाया जाता है।आवृत्तियाँ जिस क्रम में बढ़ती है,अधिकतम बिन्दु पर पहुँचने के पश्चात उसी क्रम में नहीं घटती।ऐसे वितरण का वक्र घण्टी के आकार वाला न होकर दायें या बायें झुकाव लिए हुए होता है।ऐसे वितरण में समान्तर माध्य,मध्यका एवं बहुलक के मूल्य असमान होते हैं तथा मध्यका से दोनों चतुर्थकों के अन्तर भी असमान होते हैं।इस प्रकार के वितरण में विषमता की उपस्थिति होती है।
प्रश्न:3.विषमता गुणक की सीमाएँ क्या हैं? (What are the Limits of Coefficient of Skewness?):
उत्तर:विषमता गुणक की सीमाएं प्रथम सूत्रानुसार \pm 1 जबकि वैकल्पिक सूत्रानुसार \pm 3 हैं।यद्यपि सैद्धान्तिक रूप से विषमता गुणक \pm 3 के मध्य हो सकता है लेकिन सामान्यतः यह कभी भी \pm 1 से अधिक या कम नहीं होता है।इसका कारण यह है कि माध्यों के बीच आनुपातिक सम्बन्ध पर आधारित सूत्र केवल आंकिक रूप से विषम वितरण में ही प्रयुक्त किया जा सकता है।
उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक (Karl Pearson’s Coefficient of Skewness),विषमता का कार्ल पियर्सन माप (Karl Pearson Measure of Skewness) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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विषमता का कार्ल पियर्सन गुणांक
(Karl Pearson’s Coefficient of Skewness)
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