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12-yr Egyptian Girl Teach Mathematics

1.12 वर्षीय मिस्र की लड़की गणित पढ़ाती है (12-yr Egyptian Girl Teach Mathematics),12 वर्षीय मिस्र की लड़की स्कूल बंद होने के दौरान पड़ोसियों को पढ़ाती है (12-year-old Egyptian Girl Teaches Neighbors During School Closure):

  • 12 वर्षीय मिस्र की लड़की गणित पढ़ाती है (12-yr Egyptian Girl Teach Mathematics) साथ ही वह पड़ोसियों को अरबी,धर्म और अंग्रेजी सिखाती है।
  • इस लड़की का नाम है रीम एल खौली (Reem El-khouly) जिसके जुनून के कारण आज वह सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और चारों तरफ सुर्खियां बटोर रही है।
  • कोविड-19 महामारी के कारण पूरे विश्व में लोकडाउन के कारण सभी शिक्षण संस्थाएं लगभग बंद पड़ी है।इसलिए पिछले एक वर्ष से छात्र-छात्राओं का पढ़ाई से संपर्क टूट गया है।
  • छात्र-छात्राएं फिजिकल रूप से शिक्षण संस्थाओं में पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।इसलिए छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
    परंतु इस महामारी व लॉकडाउन में भी कुछ शख्सियत ऐसी हैं जो हमें जीने की नई राह व हौसला प्रदान करती है।
  • ऐसी शख्सियत और प्रतिभाएं हमें इस दौर में भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोग तथा हिम्मत प्रदान करती हैं।
    हमने कई आर्टिकल इस प्रकार के पोस्ट किए हैं जिन्होंने लॉकडाउन के बावजूद ऑनलाइन शिक्षा के द्वारा गणित तथा अन्य विषय पढ़ा रहे हैं और हमें जीने की नई राहें सीखा रहे हैं।
  • दरअसल यदि हम शिक्षा से लगातार संपर्क में नहीं रहते हैं तो जो बातें याद रहती है उन्हें हम भूलते जाते हैं।
  • यहां याद रखने वाली बात यह है कि हमें सीखने में लम्बा समय लगता है परंतु भूलने की गति बहुत तीव्रता सी होती है।
  • आप जो बातें पांच-छ: साल में सीखते हैं उन्हें यदि बार-बार पुनरावृत्ति न करें अर्थात् शिक्षा के संपर्क में न रहें तो उन्हें हम एक-दो साल में भूल जाते हैं।
  • ऐसी स्थिति में शिक्षा विशेषकर गणित जैसे कठिन विषय की इस महामारी के दौर में किसी न किसी प्रकार पुनरावृत्ति नहीं करेंगे, नहीं पढ़ेंगे तो इसे भूल जाएंगे।इसका खामियाजा इतना भुगतना पड़ेगा जिसके क्षतिपूर्ति करना बहुत मुश्किल है।
  • इसलिए शिक्षकों,छात्र-छात्राओं, माता-पिता, अभिभावकों का यह कर्त्तव्य है कि छात्र-छात्राओं को शिक्षा विशेषकर गणित विषय से जीवंत संपर्क किसी न किसी प्रकार,किसी न किसी बहाने रखा जाए जिससे वे उसे स्मरण रख सके।
  • गणित विषय तथा अन्य कठिन विषयों के लिए यह आवश्यक नहीं समझा जाना चाहिए की परीक्षा होती है या नहीं होती है अर्थात् छात्र-छात्राओं को परीक्षा केंद्रित पढ़ाई करने पर जोर नहीं दिया जाना चाहिए बल्कि उन्हें यह शिक्षा जीवन में काम आएगी इस आधार पर पढ़ाया जाना चाहिए।
  • 12 वर्षीय मिस्र की लड़की गणित पढ़ाती है (12-yr Egyptian Girl Teach Mathematics) तथा इसके साथ-साथ अरबी,धर्म और अंग्रेजी विषय पढ़ाती है इससे सीख तथा सबक लेना चाहिए।
  • आज यह 12 वर्षीय मिस्र की लड़की रीम एल खौली प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
    कोविड-19 महामारी हमारे लिए परीक्षा की घड़ी है।इस महामारी के दौर में अर्थात् इस कठिन समय में हम सफल होते हैं या असफल होते हैं,यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम इस कठिनाई के दौर में शिक्षा विशेष तौर पर गणित शिक्षा को सुचारू रूप से जारी रख पाते हैं या नहीं।
  • यदि हम अपने आप से प्रेरणा लेकर आगे नहीं बढ़ते हैं तो दूसरों से प्रेरणा लेकर भी आगे बढ़ा जा सकता है।
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2.मिलिए स्कूल के बंद होने के दौरान हर रोज अपने से छोटी पड़ौसियों पढ़ाने वाली मिस्र की 12 साल की मिस्र की लड़की रीम एल-खौली के साथ (Meet Reem El-Khouly 12-yr-old Egyptian Girl Who Teaches Her Younger Neighbours Everyday During School Closure Amid Pandemic),12 वर्षीय मिस्र की लड़की गणित पढ़ाती है (12-yr Egyptian Girl Teach Mathematics)-

  • मिस्र की एक 12 वर्षीय लड़की रीम अल-खौली ने देश में स्कूलों को बंद करने के बाद युवा छात्रों को सबक देना शुरू किया।
  • 12 वर्षीय लड़की मिस्र में स्कूल बंद होने के दौरान पड़ोसियों को पढ़ाती है।
    मिस्र के एक 12 साल की लड़की ने कोरोनावायरस महामारी के कारण देश में स्कूलों को बंद करने के बाद उत्तरी डकाहलिया प्रांत में एक संकीर्ण गांव की सड़क पर युवा छात्रों को सबक देना शुरू करने के बाद कई को प्रेरित किया है।रीम अल-खौली (Reem El-Khouly,12-yr Egyptian Girl Teach Mathematics) काहिरा के उत्तर-पूर्व में लगभग 80 किमी (50 मील) की दूरी पर स्थित अतीमदा में 30 बच्चों को पढ़ाती है।
  • रीम एल-खौली के अनुसार “मैंने सोचा था कि उन्हें गली में खेलने के बजाय,मैं उन्हें सीखा सकती हूं।मैं सुबह उठती हूं,प्रार्थना करती हूं और मैं उन्हें कक्षाएं शुरू करने के लिए कहती हूं।मैं उन्हें अरबी, गणित,धर्म और अंग्रेजी सिखाती हूं”।
  • रीम ने शुरू में एक नोटबुक के साथ अपनी कक्षाएं शुरू कीं और एक ब्लैकबोर्ड और कुछ चाक प्रदान किया गया।देर से, एक स्थानीय कंपनी ने उसे एक व्हाइटबोर्ड और मार्कर पेन दिया।
  • रीम के छात्र वास्तव में उससे प्रभावित हैं।नौ वर्षीय मोहम्मद अब्देल मोनीम,जो अपनी कक्षाओं में भाग लेता है,ने बताया,”एक बार स्कूल बंद होने के बाद,रीम ने हमें पढ़ाना शुरू कर दिया,ताकि हम स्कूल में जो कुछ भी सीखते हैं उसे भूल न जाएं।मुझे मिस रीम से प्यार है क्योंकि मैं वास्तव में प्यार करता हूं।उसे पढ़ाने के कारण अरबी, गणित और अंग्रेजी समझें। “
  • रीम बड़ी उम्र के छात्रों को गणित पढ़ाने की इच्छा रखती हैं। “मेरी माँ ने मुझे शुरुआत में प्रोत्साहित नहीं किया क्योंकि मेरी आवाज़ ज़ोर से थी, लेकिन उसने मुझे प्रोत्साहित किया जब उसने देखा कि कैसे छात्र मेरे साथ बातचीत कर रहे थे और लाभान्वित हो रहे थे और मुझे बताया कि मैं यह तब तक कर सकती हूं जब तक मैं इसे पसंद करती हूं,”उसने कहा।
  • उपर्युक्त आर्टिकल में 12 वर्षीय मिस्र की लड़की गणित पढ़ाती है (12-yr Egyptian Girl Teach Mathematics),12 वर्षीय मिस्र की लड़की स्कूल बंद होने के दौरान पड़ोसियों को पढ़ाती है (12-year-old Egyptian Girl Teaches Neighbors During School Closure) के बारे में बताया गया है।

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