6 Best Tips to Increase Memory in Math
1.गणित में स्मरण शक्ति बढ़ाने की 6 बेहतरीन टिप्स (6 Best Tips to Increase Memory in Math),गणित में याददाश्त कैसे बढ़ाएं (How to Increase Memory in Mathematics?):
- गणित में स्मरण शक्ति बढ़ाने की 6 बेहतरीन टिप्स (6 Best Tips to Increase Memory in Math) के आधार पर आप स्मरण शक्ति में अप्रत्याशित सुधार कर सकते हैं।स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए इससे पूर्व “परीक्षा में स्मरण शक्ति कैसे बढ़ाएं (How to Increase Memory in Examinations)”,”अपनी याददाश्त बढ़ाने के लिए बेस्ट 8 टिप्स (Best 8 Tips to Improve Memory)” आर्टिकल पोस्ट कर चुके हैं।आपको उन आर्टिकल को भी पढ़ना चाहिए।
बहुत से छात्र-छात्राओं को गणित में पढ़ा हुआ भूलने की आदत होती है।वे स्मरण शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं अथवा यों कह लीजिए की अपने मस्तिष्क की कार्यक्षमता तथा उसके धारण करने की क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं। - हमारे मस्तिक में वही बातें याद रहती है जिस तरफ हमारा मस्तिष्क केंद्रित रहता है तथा एक्टिव रहकर उस कार्य को करता है।कई छात्र-छात्राएं फिल्म देखकर उसकी एक-एक घटना तथा बात को दोहराते हैं अथवा वर्णन करते हैं।यह सब फिल्मों को एकाग्रचित होकर देखने का कमाल है।
- कई गणित में निपुण छात्र-छात्राएं गणित के कठिन से कठिन सवाल को तत्काल हल कर देते हैं।दूसरे छात्र-छात्राएं उनके इस करतब को आश्चर्यचकित होकर देखते रह जाते हैं।इस आर्टिकल में कुछ ऐसी टिप्स बताई जा रही है जिनके आधार पर आप गणित में स्मरण शक्ति को कई गुना बढ़ा सकते हैं।
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2.ध्यान और योग करें (Meditate and Do Yoga):
- अन्य विषयों में अधिकांशतः उनको याद करने व स्मरण शक्ति की इतनी आवश्यकता नहीं होती है जितनी गणित विषय में।गणित विषय में उच्च स्तर की एकाग्रता की आवश्यकता होती है।इस एकाग्रता के बल पर ही आप स्मरण शक्ति को बढ़ा सकते हैं। ध्यान तथा एकाग्रता के लिए ध्यान व योग नियमित रूप से करना चाहिए।इससे आपके मस्तिष्क की उर्जा कई दिशाओं में बंटी हुई रहती है उसको एकाग्र करने में मदद मिलती है।
- ध्यान नित्यकर्मों से निवृत्त होकर प्रातः काल करना चाहिए।ध्यान सुखासन में बैठकर भ्रूमध्य (आज्ञाचक्र) में ॐ का अथवा प्रकाशरूप ज्योति या दीपक का अथवा अपने इष्ट देव का भी कर सकते हैं।शुरू-शुरू में मन इधर-उधर भटकता है परंतु धीरे-धीरे अभ्यास करने से एकाग्रता सधने लगती है।दूसरा तरीका है कि आप गणित विषय को पूरी तन्मयता से हल करने का प्रयास करें।जब सवाल हल नहीं होता है तो हमारी रुचि उससे हटने लगती है।लेकिन एक-दो बार प्रयास करने पर भी सवाल हल नहीं हो रहे हैं तो उन सवालों तथा संबंधित टॉपिक को चिन्हित कर लेना चाहिए।बाद में अपने मित्रों अथवा अध्यापक की सहायता से उनको हल करना चाहिए।लेकिन धैर्य बनाए रखना चाहिए। यदि हमारी लगन,उत्साह गणित के सवाल हल करने में हटने लगते है तो गणित के सवाल हल करने में एकाग्रता भंग होने लगती है।लेकिन अगर हम धैर्यपूर्वक गणित को हल करने में लगे रहें।हल नहीं हो तो किसी की मदद से हल करें।
- धीरे-धीरे ज्यों-ज्यों सवाल हल होने लगते हैं त्यों-त्यों गणित के प्रति लगाव उत्पन्न हो जाता है। गणित को हल करने में एकाग्रता बढ़ने लगती है। यदि इधर-उधर मन का उच्चाटन होता है तो बार-बार प्रयत्न करके उच्चाटन को रोकना चाहिए।गणित के किसी टॉपिक को हल करने से पूर्व उसके सूत्रों को समझना चाहिए।इसके पश्चात उस पर आधारित उदाहरणों को समझ-समझकर हल करना चाहिए।तत्पश्चात प्रश्नावली के सवालों को हल करना चाहिए।
- गणित में अधिक अंक लाने का दबाव,गणित में उत्तीर्ण होने का दबाव तथा परीक्षा के दबाव के कारण विद्यार्थी तनावग्रस्त हो जाते हैं।तनाव की स्थिति में एकाग्रता भंग हो जाती है।ध्यान व योग से मन शांत व स्थिर रहता है।मन चंचल नहीं होता है।
मन को एकाग्र करने का एक ओर उपाय है।अच्छी पुस्तकें,धार्मिक पुस्तकें,सदाचरण के सीख वाली पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए।इससे भी ध्यान एकाग्र होता है।अत्यधिक शोर-शराबे में अध्ययन नहीं करना चाहिए।ध्यान को भंग करने वाले कार्य जैसे अत्यधिक टीवी देखना,फालतू के कार्यक्रम देखना,फिल्में देखना,गाना बजाते हुए पढ़ना इत्यादि कार्य नहीं करना चाहिए।
कोई भी कार्य करें लेकिन उसे सचेत व सतर्क होकर करें।उसे यंत्रवत न करें।यंत्रवत करने से आलस्य आता है।सचेत व सतर्क होकर करने से हमारी एकता सधने लगती है।
3.गणित का बार-बार अभ्यास करना (Practicing Mathematics Frequently):
- स्मरण शक्ति को बढ़ाने का यह दूसरा तरीका है। जिस कार्य को हम बार-बार करते हैं तो उसकी स्मृति लंबे समय तक तथा स्थाई रूप से रहती है। आपने देखा होगा कि कई छात्र-छात्राएं किसी भी प्रश्नावली का सवाल झट से हल कर देते हैं।यह उनका बार-बार अभ्यास करने का परिणाम है।हम जिस विषय को बार-बार करते हैं उसकी छाप हमारे मन पर स्थाई रूप से अंकित हो जाती है।कहा भी गया है याद है तो आबाद है भूल गया तो बर्बाद है। गणित के सवालों,प्रमेयों और समस्याओं को हल करते समय जो सवाल अथवा प्रमेय आपके कोशिश करने पर भी हल नहीं होते हैं उनको चिन्हित कर लेना चाहिए।चिन्हित करने के बाद साप्ताहिक व पाक्षिक रूप से उनकी पुनरावृत्ति करते रहना चाहिए।जितना आप अभ्यास करेंगे वह पाठ अथवा प्रश्नावली उतनी ही सशक्त रूप से याद रहेगी।
- कठिन टाॅपिक्स की बार-बार पुनरावृत्ति करने के बाद धीरे-धीरे उन पर पकड़ मजबूत हो जाती है।
सूत्रों को याद करने के लिए एक छोटी नोटबुक बना लें।जब भी मौका मिले उनको देखते रहें,पढ़ते रहें और पुनरावृत्ति करते रहे।धीरे-धीरे सूत्र याद हो जाएंगे।गणित की बहुत सी प्रश्नावलियाँ सूत्रों पर आधारित होती है।यदि सूत्रों की कॉन्सेप्ट क्लियर है तो आप झट से सवाल हल कर सकते हैं।
4.रोजाना योगासन व प्राणायाम करें (Do Yogasana-Pranayama Daily):
- मस्तिष्क व शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना योगासन-प्राणायाम करें।यदि योगासन-प्राणायाम नहीं करें तो कोई भी खेल जैसे फुटबॉल खेलना,दौड़ना, वाकिंग (टहलना), डांसिंग,रस्सी कूदना इत्यादि करना चाहिए।क्योंकि शरीर सशक्त तथा मस्तिष्क स्वस्थ रहता है तो ही स्मरण शक्ति को कायम रखना संभव होता है।कहा भी गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्मरण शक्ति का निवास होता है।जितने बड़े-बड़े गणितज्ञ,वैज्ञानिक,प्राध्यापक हुए हैं उन्होंने अपने शरीर तथा मस्तिष्क को भी स्वस्थ तथा सशक्त रखा है।
- रुग्ण शरीर तथा विकारग्रसत मस्तिष्क से कोई भी कार्य सही ढंग से नहीं किया जा सकता है।आपको बॉडीबिल्डर तो बनना नहीं है परंतु हल्के-फुल्के व्यायाम के द्वारा आप अपने शरीर को सशक्त व स्वस्थ रख सकते हैं।कई विद्यार्थी शरीर की तरफ बिल्कुल ध्यान ही नहीं देते हैं।परीक्षा आती है तो रात-रातभर जागकर पढ़ते हैं जिससे वे बीमार हो जाते हैं।दूसरों का उदाहरण देकर कहते हैं कि वह भी व्यायाम नहीं करता है वह तो बीमार नहीं पड़ा।हर विद्यार्थी की शारीरिक व मानसिक स्थिति अलग अलग होती है।दूसरे विद्यार्थियों से तुलना न करके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना आधा घंटा आसानी से दे सकते हैं।आधे घंटे में हल्के-फुल्के व्यायाम व योगासन किए जा सकते हैं।
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5.गणित पढ़ने की जिज्ञासा व लगन का होना (Having Curiosity and Passion to Read Mathematics):
- किसी भी विषय को पढ़ने की सबसे पहली शर्त है जिज्ञासा का होना।जिज्ञासा का न होना उस ठूँठ वृक्ष की तरह होता है जो कभी हरा-भरा नहीं हो सकता है।गणित को पढ़ने की जिज्ञासा व लगन है, तीव्र उत्कंठा है तो आपकी स्मरणशक्ति धीरे-धीरे बढ़ने लगेगी।कई विद्वानों ने सबसे पहली प्राथमिकता जिज्ञासा को दी है।जिसमें जिज्ञासा है वह गणित में कितना ही कमजोर हो लेकिन जिज्ञासा के बल पर निपुण,पटु तथा होशियार हो जाता है।
6.विद्यार्थी को न करने योग्य कार्य (The Student Does not Anything):
- विद्यार्थियों को स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए ऐसे कार्य नहीं करना चाहिए जो अध्ययन में बाधक हैं। जैसे गपशप करना,फिल्में देखना,टीवी पर फालतू के कार्यक्रम देखना,मौज मस्ती करना,मटरगश्ती करना इत्यादि कार्य अध्ययन में बाधक हैं।इनसे आपका समय बर्बाद होता है।अध्ययन करने के लिए समय नहीं मिलता है।साथ ही स्मरण शक्ति को भी ये कार्य नुकसान पहुंचाते हैं।अच्छी स्मरण शक्ति के लिए विद्यार्थी को ये कार्य नहीं करना चाहिए।
- उपर्युक्त आर्टिकल में गणित में स्मरण शक्ति बढ़ाने की 6 बेहतरीन टिप्स (6 Best Tips to Increase Memory in Math),गणित में याददाश्त कैसे बढ़ाएं (How to Increase Memory in Mathematics?) के बारे में बताया गया है।
7.सवाल का साफ-सुथरा हल (हास्य-व्यंग्य) (A Clean Solution to The Questions) (Humour-Satire):
- गणित टीचर:(छात्रों से) गणित के सवालों के हल सीधे-सपाट और साफ-सुथरे ढंग से लिखने चाहिए। उनमें कोई काट-छांट नहीं करना चाहिए।इसे परीक्षक पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
- लव:कराहते हुए गणित के टीचर के पास गया।
- गणित टीचर:क्यों क्या हुआ? इस तरह कराहते हुए क्यों आ रहे हो?
- लव:कुश ने मेरे पेट पर जोर से घूँसा मारा।
- गणित टीचर:कुश ने तुम्हें क्यों मारा?
- लव:सर, आप जो टेस्ट ले रहे हैं उसमें कोई गलती न हो,साफ-सुथरा हल हो।इसलिए कुश की उत्तरपुस्तिका से नकल कर रहा था।
8.गणित में स्मरण शक्ति बढ़ाने की 6 बेहतरीन टिप्स (6 Best Tips to Increase Memory in Math),गणित में याददाश्त कैसे बढ़ाएं (How to Increase Memory in Mathematics?) के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न:1.स्मृति से क्या तात्पर्य है? (What Does Memory Mean?):
उत्तर:व्यक्ति की वह विशेषता जिसमें उसके गत अनुभव इकट्ठे रहते हैं।स्मृति में मुख्यतः अर्जित ज्ञान,ज्ञान को धारण करना,संग्रहीत ज्ञान को पुनः स्मरण करना,किसी बात की समझ की कोई जानकारी जो उसके अनुभव से गुजर चुकी है इत्यादि बातें शामिल होती है।स्मृति एक जटिल मानसिक प्रक्रिया है।
प्रश्न:2.स्मृति के कितने भेद होते हैं? (How Many Types are There in Memory?):
उत्तर:स्मृति के दो भेद होते हैं:रटने पर आधारित स्मृति तथा तर्क पर आधारित स्मृति।रटने पर आधारित स्मृति में विषय को समझे बिना याद कर लिया जाता है।जबकि तर्क पर आधारित स्मृति को समझकर याद किया जाता है।
प्रश्न:3.गणित में स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय बताएं।(Explain Ways to Increase Memory Power):
उत्तर:गणित के सवालों,समस्याओं,प्रमेयों इत्यादि का बार-बार अभ्यास करना।क्रॉसवर्ड,पहेलियां तथा मैजिक स्क्वायर हल करना।इसके अलावा गणित के खेल,कूट प्रश्नों को हल करना।नवीन तथा रचनात्मक कार्य करना।नवीन ज्ञान ग्रहण करने में मस्तिष्क अधिक सक्रिय रहता है।गणित में चुनौतीपूर्ण कार्य करना।
उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा गणित में स्मरण शक्ति बढ़ाने की 6 बेहतरीन टिप्स (6 Best Tips to Increase Memory in Math),गणित में याददाश्त कैसे बढ़ाएं (How to Increase Memory in Mathematics?) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
6 Best Tips to Increase Memory in Math
गणित में स्मरण शक्ति बढ़ाने की 6 बेहतरीन टिप्स
(6 Best Tips to Increase Memory in Math)
6 Best Tips to Increase Memory in Math
गणित में स्मरण शक्ति बढ़ाने की 6 बेहतरीन टिप्स (6 Best Tips to Increase Memory in Math) के
आधार पर आप स्मरण शक्ति में अप्रत्याशित सुधार कर सकते हैं।
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए इससे पूर्व “परीक्षा में स्मरण
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