3 Tips to Avoid Tension for Math Study
- गणित के अध्ययन के लिए तनाव से बचने के 3 उपाय (3 Tips to Avoid Tension for Math Study) के आधार पर छात्र-छात्राएं तनाव से मुक्त हो सकते हैं।आधुनिक युग में गणित के छात्र-छात्राएं तथा अन्य छात्र-छात्राएं एक-दूसरे से आगे निकलने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करते हैं।एक-दूसरे से अधिक अंक प्राप्त करने की कोशिश करते हैं भले ही दूसरे छात्र-छात्राओं जितनी क्षमता,योग्यता और कुशलता न हो।जब दूसरे छात्र-छात्राओं से परीक्षा में कम अंक प्राप्त करते हैं,परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाते हैं,गणित के टाॅपिक कठिन लगने के कारण समझ में नहीं आते हैं,किसी प्रवेश परीक्षा आईआईटी,इंजीनियरिंग इत्यादि में चयन नहीं हो पाता है तो तनावग्रस्त हो जाते हैं।तनावग्रस्त होने के कारण कई मानसिक विकार व शारीरिक रोग रक्तचाप बढ़ना,मधुमेह,हृदय रोग,अनिद्रा,सिरदर्द,उच्चाटन,निराशा,शोक,चिंता,भय इत्यादि पैदा हो जाते हैं।
- छात्र-छात्राएं तनावग्रस्त होने पर किसी भी कार्य में सफलता अर्जित नहीं कर सकते हैं,न ही अध्ययन कार्य को विधिपूर्वक सम्पन्न कर सकते हैं।यह तनाव अधिक समय तक बना रहता है और उसका उपचार नहीं किया जाए,दूर करने का प्रयास न किया जाए तो चिंता रूपी घुन के रूप में बदल जाता है।आधुनिक युग में छात्र-छात्राओं की सुविधाभोगी मनोवृत्ति के कारण तनाव ओर बढ़ जाता है।आज के छात्र-छात्राएं तप और परिश्रम करने से जी चुराते हैं।जो सुख-सुविधाएं प्राचीनकाल में लोगों को नसीब नहीं थी जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी वे सुख-सुविधाएं आज छात्र-छात्राओं को मिल रही है।इन सुख-सुविधाओं को उपभोग करते समय उनके मन में कई प्रकार के विचार आते हैं कि मैं परीक्षा की तैयारी ठीक से कर पाऊंगा या नहीं,मुझे अच्छे अंक प्राप्त होंगे या नहीं,मेरा चयन जॉब में होगा या नहीं,मेरा चयन साक्षात्कार में होगा या नहीं इत्यादि के कारण तनावग्रस्त हो जाते हैं। तनाव से बचने के लिए छात्र-छात्राओं को कुछ उपाय करने होंगे तथा उन पर अमल करना होगा।
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- छात्र-छात्राओं को किसी भी कारण तनाव हो तो उस कारण का पता लगाएं।कारण का पता लगाकर उसका समाधान करें।जो भी समस्या है उसका समाधान करने के लिए चिंतन-मनन करें।आप चिंतन-मनन करेंगे तो समस्या का कोई न कोई समाधान जरूर निकल जाएगा।उदाहरणार्थ गणित में किसी प्रश्नावली अथवा गणित की पुस्तक के सवाल हल नहीं हो पा रहे हैं तो उसके बारे में सोच-सोचकर तनावग्रस्त होने के बजाय उस पर चिंतन करें।आपकी गणित में पृष्ठभूमि कमजोर है या अध्यापक ठीक से नहीं पढ़ा या समझा रहे हैं अथवा गणित के अभ्यास के लिए आप पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे हैं इत्यादि कोई एक अथवा अनेक कारण हो सकते हैं।
- गणित के सवालों को हल करने के लिए सबसे पहले संबंधित प्रश्नावली की थ्योरी व सूत्रों को ठीक से समझ लें।इसके पश्चात एक-एक उदाहरण को समझ-समझकर हल करें।इसके पश्चात भी सवाल हल नहीं हो रहे हैं तो अपने मित्रों की मदद से हल करने की कोशिश करें।अपने शिक्षक की सहायता ले सकते हैं।यदि आपके घर-परिवार में बड़े भैया-बहिन तथा माता-पिता पढ़े लिखे हों तो उनकी मदद भी ले सकते हैं।तात्पर्य यह है कि तनावग्रस्त होने के बजाय संबंधित समस्या को हल करने के बारे में चिन्तन-मनन करें और उनका समाधान करें। धीरे-धीरे गणित के सवाल हल होने लगेंगे तो तनावग्रस्त नहीं होंगे।
- कुछ छात्र-छात्राएं चाय-कॉफी अथवा दवाइयों का सेवन करके तनाव से मुक्त होने का प्रयास करते हैं। परन्तु चाय-काॅफी व दवाईयों से शरीर में उत्तेजना बढ़ती है।जब तक उसका प्रभाव रहता है तब तक राहत महसूस होती है लेकिन धीरे-धीरे छात्र-छात्राएं काॅफी-चाय,दवाइयों का आदी हो जाता है तथा तनाव से मुक्त होने के बजाय वह अधिक तनावग्रस्त होने लगता है और मानसिक विकार घेर लेते हैं।
3.संगीत योग साधना तथा एकाग्रता का अभ्यास करें (Practice Music Yoga and Concentration):
- दरअसल आधुनिक युग में छात्र-छात्राओं को भौतिक शिक्षा प्रदान करने के कारण आध्यात्मिक साधना से छात्र-छात्राएं कटे रहते हैं।बिना योग साधना,ध्यान,एकाग्रता,संगीत,मनोरंजन के छात्र-छात्राएं शांति का अनुभव नहीं कर सकते हैं। छात्र-छात्राएं यदि अध्ययन कार्य को छोड़कर कुछ समय प्रकृति की गोद में,खुले मैदान में,हरे-भरे मैदानों,बाग-बगीचों में टहलने का नियमित रूप से कार्यक्रम रखें तो उन्हें तनाव से मुक्ति मिल सकती है।
- ध्यान और एकाग्रता का अर्थ ही यह है कि समस्त तनाव,चिंता,शोक,भय इत्यादि मानसिक विकारों से मुक्त होना।
विद्यार्थी को जब अपने आप पर विश्वास नहीं होता है अर्थात् आत्मविश्वास न हो तो वे तनावग्रस्त हो जाते हैं।विद्यार्थी अपनी आत्मशक्ति को पहचानें तथा किसी भी कार्य को पूर्ण एकाग्रता,दृढ़ निश्चय,कठोर परिश्रम तथा आत्मविश्वास के साथ करें तो तनावग्रस्त हो ही नहीं सकता है।इन गुणों के सामने कोई समस्या का समाधान करना असंभव नहीं है। - महान गणितज्ञ तथा वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन जब तनावग्रस्त हो जाते थे तो वैज्ञानिक खोजकार्य को छोड़कर वायलिन बजाने लगते थे और वायलिन बजाने में इतने मस्त हो जाते थे कि सब कुछ भूल जाते थे।
- विद्यार्थी अपने मित्रों के साथ बैठकर हँसी-मजाक भी करे तब भी तनाव से मुक्ति मिल सकती है।
- आत्मविश्वास की कमी से छात्र-छात्राएं अपने आपको कमजोर समझने लगता है।उसमें चिंता,तनाव,शोक,भय जैसे विकार घर करने लगते हैं।यदि आपमें आत्मविश्वास है,योग साधना करते हैं तथा एकाग्रता का नियमित रूप से अभ्यास करते हैं तो तनावग्रस्त हो ही नहीं सकते हैं।
- अध्ययन कार्य तथा गणित जैसे जटिल विषय को हल करने के लिए पूर्ण एकाग्रता,ध्यान व योग साधना की अत्यन्त आवश्यकता होती है।कोई भी कार्य जितना ही कठिन होता है उसके लिए उतना ही अधिक दृढ़ आत्मविश्वास,कठिन परिश्रम,धैर्य,एकाग्रता तथा निरंतर प्रयत्न करने की आवश्यकता होती है।
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- छात्र-छात्राएं वर्तमान युग में बिना जाने समझे न तो भगवान पर विश्वास रखते हैं और न ही आत्मिक शक्ति,योग साधना,ध्यान,एकाग्रता इत्यादि पर उनका विश्वास है।यदि विश्वास है तो केवल साइंस (विज्ञान) पर।वे विज्ञान को ही सबकुछ मान बैठे हैं। विज्ञान को ही सबकुछ मान बैठने से आध्यात्मिक शक्ति के लाभ से वंचित रहते हैं।उदाहरणार्थ विज्ञान से सुख-सुविधाएं तो प्राप्त की जा सकती है परंतु मानसिक शांति प्राप्त नहीं की जा सकती है।यदि सुख-सुविधाओं को भोग के बजाय त्याग की भावना से हम उपभोग करेंगे तो उनसे लाभ उठाया जा सकता है अन्यथा वे हमारे लिए कई संकट खड़ा कर देती है।फलस्वरूप छात्र-छात्राएं अशांति के चक्रव्यूह में फँसता चला जाता है।इतने उन्नत और चमत्कारिक शक्ति वाले विज्ञान के पास कैंसर,एड्स जैसे रोगों का स्थायी इलाज क्यों नहीं हो रहा है?
- विश्वकतु नाम का विद्यार्थी था।उसे भगवान और आत्मिक शक्ति पर बिल्कुल विश्वास नहीं था।वह इसे मानव की कोरी कल्पना समझता था।विज्ञान तथा भौतिक सुखों को ही सबकुछ मानकर चलता था।जैसे-जैसे वह उच्च कक्षाओं में पढ़ने लगा तो उसक सामने कई नई मुसीबतें सामने आने लगी।गणित में जटिल से जटिल समस्याओं को हल न कर पाने के कारण वह तनावग्रस्त हो गया।उसके मन में कई प्रकार की शंकाएं तथा चिंता उठने लगी। धीरे-धीरे मानसिक विकारों से ग्रस्त होने के कारण विश्वकेतु बीमार पड़ गया।
- इतना बीमार पड़ गया कि अच्छे-अच्छे डॉक्टर को दिखाने पर भी उसको ठीक नहीं कर सके।एक दिन उसके मित्र ने उसे मानसिक विकारों से मुक्ति हेतु योग साधना की पुस्तक पढ़ने के लिए दी।उसने उस पुस्तक को शुरू से अंत तक पढ़ डाला।धीरे-धीरे उसे विज्ञान पर जो अटूट विश्वास था उसमें कमी आई और आध्यात्मिकता की तरफ झुकाव हुआ। उसने दवाइयां लेना बंद कर दिया।उसने योग साधना प्रारंभ कर दी।उसके अंदर आध्यात्मिक पुस्तकों का अध्ययन करने से सकारात्मकता आने लगी।सकारात्मकता ने उसके नकारात्मक और निराशापूर्ण विचारों को बदल डाला।विश्वकेतु की बीमारी को जो डाॅक्टर ठीक नहीं कर सके उससे उसे मुक्ति मिलने लगी।कुछ तनाव कम हुआ।अब उसके जीवन में परिवर्तन आ गया।उसे विश्वास हुआ कि समस्त विश्व में परमात्मा की सत्ता काम कर रही है।उसने तनाव और चिंताओं से मुक्ति पा ली।अब वह नियमित रूप से योग साधना करने लगा।उसे गणित के अध्ययन में आनंद आने लगा।
- उपर्युक्त आर्टिकल में गणित के अध्ययन के लिए तनाव से बचने के 3 उपाय (3 Tips to Avoid Tension for Math Study),गणित की तैयारी के लिए तनाव से बचने के 3 टिप्स (3 Tips to Avoid for Mathematics Preparation) के बारे में बताया गया है।
5.गणित के सवाल सही होने की लड़ाई (हास्य-व्यंग्य) (Math Questions Fight to Get Right) (Humour-Satire):
- छात्र-छात्राएं आपस में लड़ रहे थे कि उसका गणित का सवाल सही है तथ दूसरे का गलत है।
- गणित टीचर:तुम आपस में क्यों लड़ रहे हैं?
- छात्र-छात्राएं:हम नहीं बता सकते हैं।
- गणित टीचरःक्यों नहीं बता सकते हो?
- छात्र-छात्राएं:मम्मी-पापा ने आपस की लड़ाई को दूसरों को बताने से मना किया है।क्योंकि आपस की लड़ाई को आपस में सुलझा लेना चाहिए।
प्रश्न:1.आज के युग में व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु कौन है? (Who is the Biggest Enemy of a Person in Today’s Era?):
उत्तर:छात्र-छात्राओं का आज का सबसे बड़ा शत्रु तनाव है।तनाव को अपने पास न फटकने दें।किसी भी विकट परिस्थिति में,सफलता,असफलता का विचार छोड़कर अपनी आत्मशक्ति पर विश्वास रखें।आत्मशक्ति के सामने तनाव ठहर नहीं सकता है।
उत्तर:कुछ लोग तथा छात्र-छात्राएं तनाव से मुक्ति पाने के लिए चाय,कॉफी,ड्रग्स तथा मादक पदार्थों का सेवन करते हैं लेकिन इनसे केवल उत्तेजना बढ़ती है और इनका प्रभाव खत्म होने पर शरीर शिथिल हो जाता है और अध्ययन करने का उत्साह खत्म हो जाता है।हृदय कमजोर हो जाता है।पाचन शक्ति खराब हो जाती है।मस्तिष्क का संतुलन बिगड़ जाता है।इसलिए तनाव से मुक्ति पाने के लिए नशीली दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
उत्तर:बाग बगीचों में घूमना चाहिए,प्रकृति के सान्निध्य में समय बिताना चाहिए।भगवान के भजन व संगीत सुनने चाहिए।मित्रों के साथ बैठकर हंसें। प्रफुल्लित रहने का प्रयास करें।
- उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर द्वारा गणित के अध्ययन के लिए तनाव से बचने के 3 उपाय (3 Tips to Avoid Tension for Math Study),गणित की तैयारी के लिए तनाव से बचने के 3 टिप्स (3 Tips to Avoid for Mathematics Preparation) के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
3 Tips to Avoid Tension for Math Study
3 Tips to Avoid Tension for Math Study
गणित के अध्ययन के लिए तनाव से बचने के 3 उपाय (3 Tips to Avoid Tension for Math Study)
के आधार पर छात्र-छात्राएं तनाव से मुक्त हो सकते हैं।आधुनिक युग में गणित के
छात्र-छात्राएं तथा अन्य छात्र-छात्राएं
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